टमाटर, मटर व केला की खेती करें किसान
जासं गाजीपुर रायफल क्लब सभागार में गुरुवार को सब मिशन आन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एंड टेक्नोलोजी योजनांतर्गत गवर्निंग बोर्ड की बैठक हुई। मुख्य विकास अधिकारी हरिकेश चौरसिया ने कृषकों को टमाटर मटर व केला की खेती करने की सलाह दी। उन्होंने बताया है कि 2019-20 में केंद्र पोषित सब-मिशन ऑन सीड एंड प्लाटिग मैटेरियल के घटक क्रिएशन ऑफ सीड इंफ्रास्ट्रक्चर फैसीलिटीज के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज विधायन संयत्र की स्थापना एवं बीज भंडारण सुविधा हेतु गोदाम निर्माण किया जाना है।
जासं, गाजीपुर : रायफल क्लब सभागार में गुरुवार को सब मिशन आन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एंड टेक्नोलोजी योजनांतर्गत गवर्निंग बोर्ड की बैठक हुई। मुख्य विकास अधिकारी हरिकेश चौरसिया ने कृषकों को टमाटर, मटर व केला की खेती करने की सलाह दी। उन्होंने बताया है कि 2019-20 में केंद्र पोषित सब-मिशन ऑन सीड एंड प्लाटिग मैटेरियल के घटक क्रिएशन ऑफ सीड इंफ्रास्ट्रक्चर फैसीलिटीज के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज विधायन संयत्र की स्थापना एवं बीज भंडारण सुविधा हेतु गोदाम निर्माण किया जाना है। इस दौरान आत्मा योजना की प्रस्तावित कार्य योजना व राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना की प्रस्तावित कार्य योजना डीएपी के अनुमोदन पर चर्चा हुई। कृषि उपनिदेशक यूपी सिंह ने बताया कि नेशनल मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एंड टेक्नालोजी योजनांतर्गत जिले के कृषकों को विभिन्न मदों से अनुदान प्राप्त कराते हुए उनको प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस योजना के कार्यक्रम में कृषक प्रशिक्षण, प्रदर्शन, फार्म स्कूल, कृषक भ्रमण, समूह गठन, पुरस्कार एवं प्रबोधन (समूह को), कृषक पुरस्कार, किसान मेला-प्रर्दशनी, कृषि विज्ञान केंद्र एवं एलाएड सेक्टर (पशुपालन, रेशम, मत्स्य, उद्यान, दुग्ध उत्पादन) के माध्यम से प्रदर्शन एवं प्रशिक्षण, नवोन्मेषी कार्यक्रम जैसे-एग्रीक्लिनीक योजना, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा, सहयोगी कृषक, जिसमें 25 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं 30 प्रतिशत महिला कृषक का प्रतिभाग किया जाना है। उन्होंने बताया कि ये योजना भारत सरकार के मार्ग निर्देशिका के अनुसार जनपद में संचालित की जा रही है। बैठक में नेशनल मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एंड टेक्नालोजी योजना के उद्देश्य में बताया कि कृषकों के फार्मिग सिस्टम की सभी समस्याओं का निदान कराते हुए समग्र उत्पादन एवं आय में वृद्धि लाकर जीवन स्तर ऊंचा उठाना है। कृषि विशेष के संसाधन एवं लोगों की मांग पर आधारित तकनीकी सेवा का विकास करना, सभी कृषकों, अनुसंधान एवं प्रसार कार्यकर्ताओं को सहभागी उद्देश्य के लिए जोड़ना एवं सृ²ढ़ कराना। कृषि प्रबंध व्यवस्था में सबलीकरण के लिए कृषक समूहों का गठन करना। योजना का क्रियांवयन संबंधित विभागों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं, प्रशिक्षण संस्थानों एवं कृषक समूहों आदि द्वारा कराना। कृषि के सर्वागीण विकास के लिए निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाना। बैठक में कृषक प्रशिक्षण, प्रदर्शन (कृषि एवं एलाएड), कृषक समूहों का गठन, पुरस्कार एवं प्रबोधन, कृषक पुरस्कार, किसाना मेला-प्रदर्शनी के संबंध में चर्चा की गयी। इसमें जिला कृषि अधिकारी मृत्युंजय सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी थे।