Move to Jagran APP

रेलवे का स्वास्थ्य केंद्र बंद होने से भटक रहे कर्मचारी

गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन परिसर में चल रहा रेलवे स्वास्थ्य केंद्र तीन वर्ष पूर्व बंद होने से इलाज के लिए कर्मचारियों को भटकना पड़ रहा है। गंभीर बीमारी के लिए उनको वाराणसी जाना पड़ता है जबकि सर्दी खांसी जुकाम एवं बुखार आदि के लिए निजी चिकित्सक के यहां जाकर जेब ढीली करनी पड़ रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Mar 2020 05:23 PM (IST)Updated: Thu, 12 Mar 2020 05:23 PM (IST)
रेलवे का स्वास्थ्य केंद्र बंद होने से भटक रहे कर्मचारी
रेलवे का स्वास्थ्य केंद्र बंद होने से भटक रहे कर्मचारी

जासं, गाजीपुर : सिटी रेलवे स्टेशन परिसर में चल रहा रेलवे स्वास्थ्य केंद्र तीन वर्ष पूर्व बंद होने से इलाज के लिए कर्मचारियों को भटकना पड़ रहा है। गंभीर बीमारी के लिए उनको वाराणसी जाना पड़ता है, जबकि सर्दी, खांसी, जुकाम एवं बुखार आदि के लिए निजी चिकित्सक के यहां जाकर जेब ढीली करनी पड़ रही है।

prime article banner

करीब छह वर्ष पूर्व सिटी रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य केंद्र की शुरुआत हुई। यहां मरीजों को देखने के लिए बलिया से सप्ताह में एक दिन चिकित्सक आते थे। उस दिन मरीजों की लाइन लगती थी। छोटे-बड़े करीब दौ सौ कर्मचारी इस सुविधा से लाभांवित होते थे। लोग छोटी-मोटी बीमारी के का इलाज यहीं से करवा लिया करते थे लेकिन इसके बंद होने के बाद से लोगों को अब इलाज के लिए वाराणसी स्थित रेलवे अस्पताल जाना पड़ता है। अब सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी छोटी बीमारियों के लिए या तो उनको जेब ढीली करनी पड़ती है या सरकारी अस्पताल में लाइन लगानी पड़ती है। --- चिकित्सक की कमी से बंद हो गया केंद्र

-वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि चिकित्सक की कमी से स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र बंद कर दिया गया है। सिटी रेलवे स्टेशन के कर्मचारी अपने इलाज के लिए वाराणसी एवं बलिया जा सकते हैं। उनको बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.