ट्रांसफार्मर जलने से 21 गांवों में गहराया पेयजल का संकट
जागरण संवाददाता मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) क्षेत्र के परसा गांव स्थित जल निगम की पानी टंकी का ट्रांसफार्मर करीब 10 दिनों से जला है। इससे पेयजल आपूर्ति भी ठप हो गई है। इस टंकी से 21 गांवों में आपूर्ति होती है। एक नलकूप 11 महीने से बंद पड़ा है वहीं दूसरा भी ट्रांसफार्मर जलने से ठप हो गया। इसके चलते पेयजल संकट गहरा गया है। ट्रांसफार्मर न बदलने से ग्रामीणों में आक्रोश है।
जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : क्षेत्र के परसा गांव स्थित जल निगम की पानी टंकी का ट्रांसफार्मर 10 दिनों से जला है। इससे पेयजल आपूर्ति भी ठप हो गई है। इस टंकी से 21 गांवों में आपूर्ति होती है। एक नलकूप 11 महीने से बंद पड़ा है वहीं दूसरा भी ट्रांसफार्मर जलने से ठप हो गया। इसके चलते पेयजल संकट गहरा गया है। ट्रांसफार्मर न बदलने से ग्रामीणों में आक्रोश है।
जल निगम टंकी से परसा के अलावा विशुनपुरा उर्फ रघुवरगंज, देवननिया, कर्मचंदपुर, सरायमुफर्रह, पहाड़ीपुर, ककरहिया, परानपुर नसरतपुर सहित 21 गांवों को पेयजल आपूर्ति होती है। पेयजल के प्रेशर को बढ़ाने के लिए शासन की ओर से गांव के ही आदर्श हिदी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के पास नए नलकूप का निर्माण कराया गया है। उक्त नलकूप तक जाने वाले एचटी लाइन का तार एक बार टूटने से हादसा हो गया था। उसके बाद से ही उसे वहां कुछ परिवारों द्वारा विरोध कर तार जोड़ने नहीं दिया जाता है। इसके चलते करीब 11 माह से वह नलकूप शोपीस बना हुआ है। कई बार तहसील के उच्चाधिकारी मौके पर गए लेकिन बिना समस्या के समाधान कराए लौट गए। सज्जन जायसवाल, धीरेश राय पप्पू, श्यामदेव राम, रमाशंकर राय आदि ने बताया कि प्रशासन की उदासीनता से गांव का एक नलकूप 11 महीने से बंद चल रहा है वहीं ट्रांसफार्मर जल जाने से दूसरा भी 10 दिनों से बंद हो गया है। इससे पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। गांव के हैंडपंप काफी गंदा पानी दे रहे हैं। वहीं कुछ खराब पड़े हैं। मजबूरी में दूषित पानी का सेवन करना पड़ रहा है।
महीना भर से जला है ट्रांसफार्मर
गहमर (गाजीपुर) : क्षेत्र के ढ़ढियाहर गांव की अनुसूचित बस्ती गांव में लगा 25 केवीए का ट्रांसफार्मर महीना भर से जला है। इससे खेतों की सिचाई बाधित हो रही है। शाम को अंधेरा में लोगों को रहना पड़ रहा है। नलकूप भी बंद पड़े हैं। जेई व उच्चाधिकारियों के अलावा विभाग के हेल्पलाइन पर भी शिकायत की गई लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीण रामवचन, अंगद, लालू, अभिमन, खेदन, बालकिशुन ने जल्द ही ट्रांसफार्मर बदलने की मांग की है।