पानी मांगने पर बंद कर दिया दरवाजा
खानपुर (गाजीपुर) जनपद के सीमा पर इशोपुर स्थित रामकरन डिग्री कालेज के अस्थायी शिविर में प्रवासी लोगों की जांच पड़ताल कर उन्हें आगे की ओर भेजा गया। प्रवासी पलायन के दौर में जहां बहुत से लोग दिल खोलकर मदद के लिए आगे आए वहीं कुछ
जासं, खानपुर (गाजीपुर): जनपद के सीमा पर इशोपुर स्थित रामकरन डिग्री कालेज के अस्थायी शिविर में प्रवासी लोगों की जांच पड़ताल कर उन्हें आगे की ओर भेजा गया। प्रवासी पलायन के दौर में जहां बहुत से लोग दिल खोलकर मदद के लिए आगे आए वहीं कुछ लोगों की वजह से पलायन का दंश झेल रहे लोगों के आंखों से आंसू सूखने का नाम नही ले रहा है। नागपुर से मऊ जा रहे एक जायसवाल दंपत्ति ने बताया कि लुट-पिटकर अपने आशियाने से निकलने के बाद रास्ते भर दुश्वारियों का सामना करते आना पड़ा। इलाहाबाद के पास एक दरवाजे पर बच्चे के लिए पानी मांगा तो कोरोना वाले बोलकर दरवाजा बंद कर दिया। नागपुर से यहां पहुंचने तक 100 किमी करीब पैदल भी चले और चार साधन बदलने में तन के गहने भी गिरवी रखने पड़ गए। मध्यप्रदेश में राशन लेकर जा रहे डीसीएम ने 100 किमी का वादा कर अंगूठी रख ली और 50 किमी के बाद ही उतार कर भाग गया। दो साल की दुधमुंही बच्ची के लिए लोगों के सामने हाथ फैलाकर भीख भी मांगे। चार दिन के सफर में कई अच्छे मददगार भी मिले पर कुछ मजबूरी का फायदा उठाने वालों से दिल को कष्ट भी पहुंचा। ईश्वर जीवन में ऐसे दिन किसी को न दिखाएं।