जिला महिला अस्पताल में डाक्टरों का टोटा, परेशानी बढ़ी
जासं गाजीपुर जिला महिला अस्पताल में इन दिनों डाक्टरों का टोटा इस कदर बना हुआ है कि वहां तैनात नर्सों के सहारे किसी तरह सामान्य प्रसव कराया जा रहा है।
जासं, गाजीपुर : जिला महिला अस्पताल में इन दिनों डाक्टरों का टोटा इस कदर बना हुआ है कि वहां तैनात नर्सों के सहारे किसी तरह सामान्य प्रसव कराया जा रहा है। गंभीर गर्भवती महिलाओं को सीधा अन्य जनपदों के लिए रेफर कर दिया जा रहा है। सबसे अधिक दिक्कत एक सप्ताह पूर्व दो महिला विशेषज्ञ चिकित्सकों के इस्तीफा से बढ़ी है। ऐसे में रोजाना ओपीडी कक्ष में 150 से 200 पहुंच रहीं महिला मरीजों को चिकित्सकीय सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है।
महिलाओं को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जनपद में तीन महिला अस्पताल गाजीपुर, मुहम्मदाबाद व सैदपुर संचालित किए जा रहे हैं। शहर स्थिति जिला महिला अस्पताल की स्थिति इस कद खराब है कि यहां उपचार के लिए पहुंचने वाली गर्भवती महिलाओं को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वजह प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ का न होना है। इसके दस पद तो स्वीकृत हैं, लेकिन यहां तीन ही चिकित्सक तैनात हैं। इसमें एक महिला चिकित्सक छुट्टी पर चल रही है, वहीं दोनों डाक्टरों की ड्यूटी नसबंदी कार्यक्रम में लगने से दिक्कत और भी बढ़ गई है। इसके अलावा पैथोलाजी व रेडियालाजिस्ट के दोनों पद लंबे समय से खाली चल रहे हैं, जबकि अस्पताल प्रशासन लगातार शासन से लेकर जिला प्रशासन को खाली पदों के चलते हो रही दिक्कत की जानकारी देने के साथ डाक्टरों को तैनात करने की मांग कर रहा है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। --------
-दो महिला चिकित्सकों के इस्तीफा देने से परेशानी काफी बढ़ गई है। वर्तमान में मात्र दो ही डाक्टर हैं। ऐसे में जहां नर्सो के सामान्य प्रसव हो जा रहा है वहीं गंभीर महिला मरीजों को अन्यत्र रेफर करना पड़ रहा है। यही नहीं नए चिकित्सकों की तैनाती के लिए शासन से लेकर जिला प्रशासन को लिखित तौर से अवगत कराया गया, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
- डा. तारकेश्वर, सीएमएस।