23 नवंबर से शुरू होगा ऐतिहासिक धनुष यज्ञ मेला, इन जिलों से पहुंचेगी दुकानें
गाजीपुर में ऐतिहासिक धनुष यज्ञ मेला 23 नवंबर से शुरू हो रहा है, जिसमें विभिन्न जिलों से दुकानें आएंगी। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं, ताकि मेले में आने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

23 नवंबर से शुरू होगा ऐतिहासिक धनुष यज्ञ मेला।
जागरण संवाददाता, रेवतीपुर (गाजीपुर)। सुहवल गांव स्थित संत श्री मानदास बाबा की तपोस्थली पर लगने वाले अतिप्राचीन धनुष यज्ञ मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। आयोजन समिति के अनुसार चार दिनों तक चलने वाला यह ऐतिहासिक मेला 23 नबंर से प्रारंभ होकर 26 नवंबर तक चलेगा। मंदिर परिसर को रंग-बिरंगी झालरों और विद्युत सजावट से सुसज्जित कर दिया गया है।
कार्यक्रम के अनुसार 23 नवम्बर को फुलवारी का मंचन होगा, 24 नवम्बर को धनुष यज्ञ और सीताराम विवाह का भव्य आयोजन किया जाएगा। 25 नवंबर को अंतरप्रांतीय चेतक प्रतियोगिता और भरत मिलाप मंचन होगा, जबकि 26 नवम्बर को अंतरप्रांतीय कुश्ती प्रतियोगिता के साथ मेले का समापन किया जाएगा।
मेले में गाजीपुर सहित बक्सर, मऊ, बलिया, मुगलसराय, वाराणसी, मीरजापुर और भदोही जनपदों से सैकड़ों दुकानदार पहुंचेंगे। चर्खी, जादूगर, चिड़ियाघर, मीना बाजार और नाट्य कला रंगमंच जैसी आकर्षक दुकानें व झूले मेले की रौनक बढ़ाएंगे।
आयोजन समिति के सदस्यों का कहना है कि यह मेला संत श्री मानदास बाबा की इच्छा के अनुरूप उनकी तपोस्थली पर सदियों से आयोजित होता आ रहा है।
इस मेले में आस-पास के दर्जनों गांवों से पुरुष, महिलाएं और बच्चे बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। श्रद्धा, भक्ति और लोकसंस्कृति का यह संगम सुबह से देर रात तक पूरे उत्साह के साथ चलता है।

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