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सांसद आदर्श ग्रामों के चौमुखी विकास का हुआ है प्रयास

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : सांसद आदर्श ग्रामों में चौमुखी विकास के लिए काफी प्रयास किया

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Aug 2018 10:24 PM (IST)Updated: Thu, 16 Aug 2018 10:24 PM (IST)
सांसद आदर्श ग्रामों के चौमुखी विकास का हुआ है प्रयास
सांसद आदर्श ग्रामों के चौमुखी विकास का हुआ है प्रयास

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : सांसद आदर्श ग्रामों में चौमुखी विकास के लिए काफी प्रयास किया गया है। जरूरत के मुताबिक शिक्षा के लिए विद्यालयों को अंग्रेजी मॉडल स्कूल में परिवर्तित किया गया है। स्वास्थ्य के लिए सीएचसी का निर्माण भी कराया जा रहा है। विद्युतीकरण के साथ-साथ गरीब को आवास की सुविधा भी उपलब्ध कराने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।

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जनपद के दुल्लहपुर व नायक डीह गांव को आदर्श गांव के रूप में विकसित करने के लिए रेल राज्यमंत्री व सांसद मनोज सिन्हा ने गोद लिया। उसके विकास के लिए हर संभव कार्य किया गया। कई संस्थाओं द्वारा यहां विकास के पूर्ण कार्य कराए गए लेकिन विकास के इन प्रयासों से अधिकांश लोग कुछ नहीं दिखाई दे रहे है। दुल्लहपुर आदर्श गांव अगर को देखा जाए तो रेल राज्यमंत्री व सांसद मनोज सिन्हा ने चार वर्ष पूर्व जब गोद लिया तो लोग बेहतर विकास के सपने सजोए थे। शौचालय का निर्माण तो हुआ लेकिन लक्ष्य पूर्ण नहीं हो गया। प्रकाश की व्यवस्था तो की गई, जबकि देख-रेख के अभाव में कई खराब पड़े हुए हैं। प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को स्वच्छ पानी पीने के लिए आरओ प्लांट तो यूनियन बैंक की ओर से लगाया गया लेकिन मौजूद स्थिति में खराब पड़ा हुआ है। इस गांव की सबसे बड़ी समस्या जल निकासी की स्थिति जस की तस बनी रही। शिक्षा के लिए एक मात्र प्राथमिक विद्यालय जबकि जूनियर हाईस्कूल आज तक स्थापित नहीं हो सका। गांव में 26-26 लाख की लागत से दो पे एंड यूज सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा पेयजल के लिए बो¨रग करके जस का तस छोड़ दिया गया है टंकी का निर्माण कार्य आज तक अधूरा पड़ा हुआ है। स्वास्थ्य की बात कही जाए तो यहां के लोगों को 8 किमी की दूरी पर स्थित धर्मागतपुर व 12 किमी पर स्थित जखनियां सरकारी अस्पताल का सहारा लेना पड़ता है।

फोटो-13 सी।

- गांव में बिजली, गैस कनेक्शन, शौचालय आदि का निर्माण तो हुआ है लेकिन सीसी रोड का निर्माण नहीं हो सका। जल निकासी के लिए नाला नहीं बनने से बरसात होने पर पूरे गांव में पानी लग जाता है। स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर कोई सरकारी अस्पताल नहीं है। यहां के लिए कोई योजना का शुभारंभ नहीं किया गया जिससे बेरोजगारी दूर हो सके।

- हरिओम मद्धेशिया, ग्राम प्रधान दुल्लहपुर।

आवास व विद्युतीकरण का हुआ है कार्य

सैदपुर : रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा द्वारा चयनित किए गए सांसद आदर्श गांव नायकडीह की दशा में कोई विशेष सुधार नहीं हुआ है। एक आधुनिक शौचालय का निर्माण गांव को स्वच्छ रखने के लिए कराया गया लेकिन अन्य निर्माण के नाम पर कुछ खास नहीं हुआ है। गांव के लोगों के जीवनशैली में भी कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ा है। मजे की बात यह है कि रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा इस गांव में बहुत कम ही आए हैं। गांव में कुल 39 प्रधानमंत्री आवास, 220 शौचालय बना है। गांव में जर्जर विद्युत तारों व पोलों को बदला गया है। गांव में पहले से एक पानी टंकी है। जो अब जर्जर अवस्था में पहुंच गई है। दूसरी टंकी के लिए सर्वे किया गया लेकिन अब तक बन नहीं पाया है। पुरानी पानी की टंकी की भी जर्जर हो चुकी है।

फोटो- 12

आदर्श गांव में चयन होने के बाद गांव का चहुंमुखी विकास हुआ है। विद्युतीकरण के साथ ही पर्याप्त आवास व शौचालय पात्र ग्रामीणों को दिया गया है।

-विजयप्रताप उर्फ बब्लू ¨सह, ग्रामप्रधान प्रतिनिधि

ओडीएफ नहीं हो पाया डेढ़गांवा

रेवतीपुर : बलिया संसदीय क्षेत्र व रेवतीपुर ब्लाक के तहत आने वाले शहीद कर्नल एमएन राय के पैतृक गांव डेढगांवा के अगर विकास की बात की जाए तो चार वर्ष के बाद भी क्षेत्रीय सांसद भरत ¨सह ने अपने निधि से मात्र 15 लाख रुपये दिए जिसका उपयोग सामुदायिक भवन के निर्माण में किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने ग्रामीण अंचलों व अन्य क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास बुनियादी जरूरतों को पूर्ण करने के लिए प्रधानमंत्री सांसद आदर्श ग्राम योजना की रूपरेखा बनाई जिससे ग्राम पंचायतों का जहां विकास हो सके। सांसद ने 27 जनवरी 2016 को इसे गोद लिया व विकास कराने के लिए कई वादे किए। शिक्षा व स्वास्थ्य के साथ-साथ गांव की सड़कें जर्जर हैं। प्राथमिक विद्यालय में पठन-पाठन कार्य भी भगवान भरोसे ही चलता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि आज तक यह गांव ओडीएफ नहीं हो पाया है।

गोद लेने के बाद गांव की दशा व दिशा में बदलाव आया लेकिन जितनी अपेक्षा रही उससे काफी कम है। पंचायत भवन जर्जर है, चिकित्सा के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बन रहा है। मुख्य मार्ग से गांव तक जाने वाली पक्की सड़क की हालत काफी दयनीय है।

- प्रतिमा राय, ग्राम प्रधान डेढ़गांवा।

फोटो- 11

सांसद आदर्श गांवों में विकास कार्य हो रहा है। इसके रफ्तार के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया गया है। जिन आदर्श गांवों में जल निकासी की असुविधा है वहां नाला व जर्जर सड़कों के निर्माण का कार्य जल्द शुरू हो गया। इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है।

- के बालाजी, जिलाधिकारी - आदर्श गांव में अलग-अलग संस्थाओं द्वारा तमाम विकास के कार्य कराए गए हैं। आवास, सुलभ शौचालय, उज्वला योजना के तहत पात्रों को घरेलू गैस, बिजली के पोल लगवाए गए हैं। अन्य विकास कार्यों में भी तेजी लायी जाएगी। खर्च का आंकड़ा देना मुश्किल है।

- सुनील ¨सह, प्रतिनिधि सांसद व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा। आदर्श गांव का आंकड़ा

दुल्लहपुर सांसद आर्दश गांव में

शौचालय -329

विद्युत पोल- 15

सोलर लाइट- 70

घरेलू गैस- 20

सुलभ शौचालय- 2 सैदपुर का नायडीह आदर्श गांव

शौचालय -220

विद्युत पोल- 300

घरेलू गैस- 50

स्ट्रीट लाइट-10

आवास- 39

सुलभ शौचालय-1 रेवतीपुर ब्लाक का डेढ़गांवा आदर्श गांव

शौचालय- 300

विद्युत पोल- 70

घरेलू गैस कनेक्शन- 40

स्ट्रीट लाइट-10

आवास- 18


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