आश्वासन पर दिव्यांगों का धरना-प्रदर्शन समाप्त
जासं जखनियां (गाजीपुर) दिव्यांग परिवार की जमीन पर पट्टीदारों द्वारा किए गए कब्जा को हटाने की मांग को लेकर स्टेशन के उत्तरी केबिन के पास भुड़कुड़ा-गाजीपुर मार्ग पर चल रहा दिव्यांगों का धरना दूसरे दिन मंगलवार को उप निरीक्षक के समझाने पर समाप्त हो गया। दिव्यांगों चेतावनी दिया कि दो दिनों में अवैध कब्जा नहीं हटा तो पुन उग्र आंदोलन किया जाएगा। लगातार पांच घंटे तक भुड़कुड़ा-गाजीपुर मार्ग जाम करने से वाहन चालकों को परेशानी हुई।
जासं, जखनियां (गाजीपुर): दिव्यांग परिवार की जमीन पर पट्टीदारों द्वारा किए गए कब्जा को हटाने की मांग को लेकर स्टेशन के उत्तरी केबिन के पास चल रहा दिव्यांगों का धरना दूसरे दिन मंगलवार को उप निरीक्षक के समझाने पर समाप्त हो गया।
शादियाबाद थाना क्षेत्र के नेवादा दुर्गविजय राय गांव निवासी गांधी पांडेय की पत्नी, पुत्री व पुत्र दिव्यांग हैं। उनके पट्टीदारों ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। तहसील में कई बार प्रार्थनापत्र देने के बावजूद कुछ नहीं हुआ। इसके बाद आक्रोशित गांधी पांडेय ने दिव्यांग पत्नी, पुत्र व पुत्री के साथ आत्मदाह करने का निर्णय लिया। जनकल्याण विकलांग एवं सर्वसमाज समिति के अध्यक्ष रामविजय चौहान व कमलेश राम इसके विरोध में पीड़ित परिवार के साथ उत्तरी केबिन के पास रेलवे ट्रैक पर धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए थे। सोमवार को देर रात तक धरना चलने के बाद मंगलवार को सुबह भुड़कुड़ा-गाजीपुर सड़क जामकर पुन: दिव्यांग धरने पर बैठ गए। इससे आवागमन ठप हो गया। सुबह दस से तीसरे पहर तीन बजे तक सड़क जाम रहा लेकिन कोई अधिकारी नहीं आया। तब सभी दिव्यांग एसडीएम अभय कुमार मिश्र के सरकारी आवास पर पहुंच गए। पांच बजे तक एसडीएम नहीं आए। तब उप निरीक्षक जितेंद्र कुमार उपाध्याय ने पहुंचकर एसडीएम से फोन पर वार्ता की। इसके बाद दिव्यांगों को समझाया कि दो दिनों में समस्या का निस्तारण हो जाएगा। इसके बाद दिव्यांग शांत हो गए। धरने में दिव्यांग नारायण, जगदीश राम, सतीश कुमार, धर्मेंद्र चौहान, मंती देवी, रामावती, तेतरी, राम कुशवाहा, राकेश चौहान, बाबूलाल, मुन्ना चौहान, रवि राजभर, संतोष, रामअवध आदि थे।