Move to Jagran APP

कच्छप गति से हो रहा अंतरराष्ट्रीय का स्टेडियम निर्माण

गाजीपुर नगर में बन रहा अंतरराष्ट्रीय निर्माण की समय सीमा पूरी होने के बाद भी निर्माण पूरा होता नहीं दिख रहा है। इसे मार्च में पूरा हो जाना था लेकिन समय सीमा बढ़ाकर दिसंबर निर्धारित की गई लेकिन अभी निर्माण पूरा भी नहीं हुआ है। इसमें हो रही देरी जिले के खिलाड़ियों का प्रशिक्षण प्रभावित हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Dec 2019 06:10 PM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 06:10 PM (IST)
कच्छप गति से हो रहा अंतरराष्ट्रीय का स्टेडियम निर्माण
कच्छप गति से हो रहा अंतरराष्ट्रीय का स्टेडियम निर्माण

जासं, गाजीपुर : आरटीआई मैदान में निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का निर्माण कच्छप गति से हो रहा है। ऐसे में समय सीमा नजदीक होने के बाद भी पूरा होता नहीं दिख रहा है। इसे पिछले मार्च में ही पूरा हो जाना था लेकिन नहीं हो पाया। इसकी समय सीमा बढ़ाकर दिसंबर निर्धारित की गई लेकिन अभी भी निर्माण पूरा भी नहीं हो पाया है। इसमें हो रही देरी से जिले के खिलाड़ियों का प्रशिक्षण प्रभावित हो रहा है। नवीन स्टेडियम का शिलान्यास 19 जनवरी वर्ष 2018 में शुरू हुआ। उस समय खेलमंत्री चेतन चौहान ने उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने में पर्याप्त धनराशि दिलाने का भरोसा दिलाया था। निर्माण पूरा होने की समय सीमा मार्च 2019 निर्धारित की गई थी लेकिन राजकीय निर्माण निगम की लापरवाही के चलते यह निर्माण समय सीमा बीत जाने के बाद भी निर्माण पूरा नहीं हुआ। इसके बाद खेल निदेशालय ने इसकी समय सीमा दिसंबर तक बढ़ा दी लेकिन समय पूरा होने को आ गया मगर निर्माण अभी आधा भी पूरा नहीं हुआ है। कार्यदायी संस्था इस मामले में लगातार कुछ न कुछ बहाने बनाकर काम में देरी होने की वजह बता रहा है। कई चक्र में होना था निर्माण

loksabha election banner

: पहले चक्र में स्टेडियम की चहारदीवारी, गेट एवं गार्ड रूम का निर्माण होना था जबकि दूसरे चक्र मे नलकूप एवं ओवरहेड टैंक बनना है। वहीं तीसरे चक्र में पैवेलियन का निर्माण होना है। चौथे और पांचवें चक्र में बास्केटबाल कोर्ट एवं प्रशासनिक भवन बनना है। हर माह भेजी जाती है रिपोर्ट

: स्टेडियम निर्माण रिपोर्ट हर माह निदेशालय में होने वाली बैठक में दी जाती है। इसके अलावा बैठक में इस पर चर्चा होती है। बीते नवंबर में कार्यदायी संस्था को निर्माण तेज करने का निर्देश दिया गया था लेकिन अभी तक काफी निर्माण बाकी है। - लक्ष्मीशंकर सिंह, जिला क्रीड़ा अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.