त्योहारों के सीजन में मिष्ठान उद्योग पर संकट
जागरण संवाददाता खानपुर (गाजीपुर) साप्ताहिक बंदी के दौरान अन्य दुकानदारों के साथ मिष्ठान ि
जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर): साप्ताहिक बंदी के दौरान अन्य दुकानदारों के साथ मिष्ठान विक्रेता दोहरा नुकसान उठा रहे है। लाकडाउन में व्यापार प्रभावित होने के साथ ही शनिवार रविवार की बंदी से मिठाइयों के खराब होने का खतरा बढ़ गया है। शुक्रवार की शाम तक बचे हुए मिठाइयों को सोमवार तक सुरक्षित रखना मुश्किल हो रहा है। इसलिए दुकानदारों को तैयार मिठाइयों को नष्ट करना पड़ रहा है। सावन माह से त्योहारों का क्रम शुरू हो जाता है और त्योहारों पर मिठाइयों की खूब बिक्री और खरीददारी होती है। खोया, पनीर, छेना, दूध सप्लाई करने वालों के साथ पशुपालकों का भी फायदा होता है। सिधौना, खानपुर, उचौरी, सौना, अनौनी आदि बाजारों के मिष्ठान विक्रेताओं का कहना है कि अब पैकेट वाला नमकीन और रेडीमेड सूखी मिठाइयां भी खराब होने लगीं है। होली के बाद शादी विवाह के मौसम में ज्यादा बिक्री होने की उम्मीद से दुकानदारों ने दुकान में माल भर दिया था लेकिन 22 मार्च के बाद से लगातार लाकडाउन होने की वजह से अधिकांश दुकान का ताला भी नहीं खुला है। रखे गए खाद्य सामानों में फफूंद आदि लगने की संभावना बढ़ गई है। सिधौना के छेना, खोया और पनीर के विक्रेता लोडू यादव कहते है कि त्योहार और शादी के मौसम में मिष्ठान उद्योग चरम पर होता है। जिससें दुकानदारों, कारीगरों के साथ दुग्ध व्यवसायियों को भी काफी लाभ होता है। कोरोना काल में मिष्ठान प्रतिष्ठान बंद होने से दुकानदारों के साथ कारीगरों और पशुपालकों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।