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वेंटिलेटर से लैस हुआ जिला अस्पताल का कोरोना वार्ड

जासं गाजीपुर जनपद में कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल में स्थापित कोरोना वार्ड को वेंटिलेटर से लैस किया गया है जिससे किसी भी समस्या से निपटा जा सके। यही नहीं सांस लेने में तकलीफ होने पर ऐसे मरीजों को उपचार के लिए गैर जनपद रेफर करने के बजाए उन्हें तत्काल उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए जौनपुर से आए विशेषज्ञ चिकित्सक ने जहां मोर्चा संभाल लिया है। वहीं मरीजों की देखभाल के लिए स्वास्थ्य कर्मियो के चार सदस्यों की टीम भी गठित की गई है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से सरकारी अस्पतालों में अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधा को बढ़ाने की कवायद भी तेज कर दी गई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 05:26 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 05:26 PM (IST)
वेंटिलेटर से लैस हुआ जिला अस्पताल का कोरोना वार्ड
वेंटिलेटर से लैस हुआ जिला अस्पताल का कोरोना वार्ड

जासं, गाजीपुर : जनपद में कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल में स्थापित कोरोना वार्ड को चार वेंटिलेटर से लैस किया गया है, जिससे किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। यही नहीं, सांस लेने में तकलीफ होने पर ऐसे मरीजों को उपचार के लिए गैर जनपद रेफर करने के बजाए उन्हें तत्काल उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए जौनपुर से आए विशेषज्ञ चिकित्सक ने जहां मोर्चा संभाल लिया है वहीं मरीजों की देखभाल के लिए स्वास्थ्यकर्मियों के चार सदस्यों की टीम भी गठित की गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सरकारी अस्पतालों में अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधा को बढ़ाने की कवायद और तेज कर दी गई है।

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कोविड-19 से संक्रमित अधिकांश मरीज उचित देखभाल व खान-पान की बदौलत ठीक हो जाते हैं, लेकिन जो पहले से ही गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं उनकी स्थिति कोरोना की चपेट में आते ही खराब हो जाती है। सबसे अधिक समस्या तब होती है जब उन्हें सांस लेने में कठिनाई होने लगती है। ऐसे मरीजों में वायरस फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है। फेफड़ों में पानी भर जाता है, जिससे सांस लेना बहुत मुश्किल हो जाता है। शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है। तब वेंटिलेटर्स की आवश्यकता होती है, इसके जरिए मरीज के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को सामान्य बनाया जाता है। वेंटिलेटर मरीज के शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड बाहर खींचता है और ऑक्सीजन को अंदर भेजता है। इसके द्वारा ही गंभीर मरीजों को बचाया जा सकता है।

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जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड को चार वेंटिलेटर बेड से लैस किया गया है। इसके संचालन के लिए जौनपुर से आए विशेषज्ञ डाक्टर की तैनाती भी हो चुकी है। इनके साथ चार सदस्यों की टीम भी मौजूद रहेगी, जिससे किसी विकट समस्या से निपटा जा सके।

- डा. उमेश कुमार, नोडल, कोरोना महामारी


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