Move to Jagran APP

सात शिक्षकों के भरोसे चल रहा महाविद्यालय

जागरण संवाददाता मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) नगर स्थित शहीद स्मारक राजकीय महाविद्यालय शिक्षकों के अभाव से जूझ रहा है। हालत यह है कि कहने को तो इस महाविद्यालय में पीजी की कक्षाएं भी संचालित हो रही हैं लेकिन इन कक्षाओं में पठन-पाठन के लिए मात्र सात शिक्षकों की तैनाती है। इसके चलते यह कहना कहीं से गलत नहीं होगा कि इस महाविद्यालय के छात्र कक्षाओं की पढ़ाई के बजाए अपने अन्य स्त्रोतों से की गई तैयारी से परीक्षा में शामिल हो पाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Jul 2019 05:29 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 05:29 PM (IST)
सात शिक्षकों के भरोसे चल रहा महाविद्यालय
सात शिक्षकों के भरोसे चल रहा महाविद्यालय

जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : नगर स्थित शहीद स्मारक राजकीय महाविद्यालय शिक्षकों के अभाव से जूझ रहा है। हालत यह है कि कहने को तो इस महाविद्यालय में पीजी की कक्षाएं भी संचालित हो रही हैं लेकिन इन कक्षाओं में पठन-पाठन के लिए मात्र सात शिक्षकों की तैनाती है। इसके चलते यह कहना कहीं से गलत नहीं होगा कि इस महाविद्यालय के छात्र कक्षाओं की पढ़ाई के बजाए अपने अन्य स्त्रोतों से की गई तैयारी से परीक्षा में शामिल हो पाते हैं।

loksabha election banner

महाविद्यालय की आवश्यकता को देखते हुए प्रदेश सरकार के तत्कालीन राज्यपाल मोतीलाल बोरा ने अपने कार्यकाल में तहसील मुख्यालय पर शहीद स्मारक राजकीय महाविद्यालय खोले जाने की घोषणा की थी। उस समय महाविद्यालय शहीद स्मारक भवन में संचालित होना शुरू हो गया था, वर्तमान में यह महाविद्यालय अपने निजी कैंपस में चल रहा है। महाविद्यालय में स्नातक कक्षाओं में हिदी, अंग्रेजी, संस्कृत, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, भूगोल, राजनीति शास्त्र व उर्दू विषयों की मान्यता है। वहीं बीएसएसी व बीकाम तथा स्नातकोत्तर में समाजशास्त्र व हिदी की कक्षाएं संचालित होती हैं। इन कक्षाओं में पठन-पाठन के लिए वर्तमान में प्राचार्य के अलावा वाणिज्य में एक, बीएससी में केवल भौतिक विज्ञान व कला संकाय में दर्शन शास्त्र, समाज शास्त्र, संस्कृत, उर्दू तथा राजनीति शास्त्र के शिक्षक ही कार्यरत हैं। इन शिक्षकों के भरोसे ही बीएससी, बीकाम, स्नातक कला वर्ग के साथ ही स्नातकोत्तर की पढ़ाई होनी है। महाविद्यालय में हिदी, अंग्रेजी, भूगोल, इतिहास, मनोविज्ञान के साथ ही बीएससी में जंतु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान व गणित तथा वाणिज्य वर्ग में दो के जगह मात्र एक शिक्षक कार्यरत है। शिक्षकों की कमी को देखते हुए इस बात का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि महाविद्यालय में कितनी पढ़ाई हो पाएगी। अब महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के समक्ष बाहर से ही अपनी तैयारी करने की मजबूरी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.