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फिजिक्स के साथ इतिहास भी पढ़ सकते हैं बच्चे

जागरण संवाददाता गाजीपुर जिला विद्यालय निरीक्षक डा. ओपी राय ने प्रधानाचार्यों को संबोधित करत

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 06:31 PM (IST)Updated: Sun, 20 Sep 2020 06:31 PM (IST)
फिजिक्स के साथ इतिहास भी पढ़ सकते हैं बच्चे
फिजिक्स के साथ इतिहास भी पढ़ सकते हैं बच्चे

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जिला विद्यालय निरीक्षक डा. ओपी राय ने प्रधानाचार्यों को संबोधित करते हुए कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्कूल लेवल पर वोकेशनल स्टडी' पर फोकस किया गया है। दिव्यांग बच्चों को संसाधन उपलब्ध कराकर और प्रशिक्षण प्रदान करके पूर्व प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक भाग लेने में उन्हे सक्षम बनाने का प्रावधान किया गया है। डीआइओएस शनिवार को राजकीय सिटी इंटर कालेज में आयोजित आनलाइन कार्यशाला में नई शिक्षा नीति के बारे में प्रधानाचार्यों को जानकारी दे रहे थे। यहां पिछले पांच दिन से इस विषय पर वेबिनार हो रहा है।

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डीआईओएस ने बताया कि दिव्यांगों के विकास के लिए जिला और प्रदेश स्तर पर विशेष बोर्डिंग स्कूल के रूप में ''बाल भवन' स्थापित करने की व्यवस्था दी गई है। नयी शिक्षा नीति के तहत दिव्यांगों को सशक्त और में बनाने के लिए ''क्रास विकलांगता का प्रशिक्षण' दिया जाएगा। आवश्यकता अनुसार उन्हें उपकरण और उपस्कर उपलब्ध कराकर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि अब स्कूलों में पहले जैसा स्ट्रीम सिस्टम नहीं होगा। इसका आशय यह है कि अब कोई छात्र फिजिक्स के साथ इतिहास पढ़ना चाहता है तो पढ़ सकता है। सेकेंडरी शिक्षा मल्टीपल डिसीप्लिनरी च्वाइस' पर आधारित होगी। अब ''सब्जेक्ट स्ट्रीम सिस्टम' नहीं रहेगा। छात्र को कक्षा नौ से ही विषयों के चयन की छूट रहेगी। राजकीय हाईस्कूल के प्रधानाचार्य राम अवतार यादव ने नई शिक्षा नीति उच्च शिक्षा के लिए दिए गए प्राविधानों का उल्लेख किया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका और उनको सौंपी जाने वाली नई जिम्मेदारी से संबंधित जानकारी प्रदान की। वक्ता एवं कालेज के सहायक अध्यापक कृपाशंकर तिवारी ने शिक्षकों को नयी शिक्षा नीति के प्राविधानो की विस्तृत जानकारी दी। कालेज के प्रधानाचार्य हरेंद्र कुमार ने नयी शिक्षा नीति के संबंध मे तकनीक शिक्षा व्यवस्था का उल्लेख किया। शिक्षक अविनाश कुमार ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया।


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