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हरि प्रबोधिनी एकादशी पर व्रत रखकर पूजन-अर्चन

गंगा घाटों पर स्नान के लिए लगी रही श्रद्धालुओं की भीड़ तुलसी विवाह कराकर परिवार के मंगल की कामना सोमेश्वर महादेव मंदिर पर जलाए गए अखंड दीप

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 10:54 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 10:54 PM (IST)
हरि प्रबोधिनी एकादशी पर व्रत रखकर पूजन-अर्चन
हरि प्रबोधिनी एकादशी पर व्रत रखकर पूजन-अर्चन

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : नगर सहित ग्रामीण इलाके में हरि प्रबोधिनी (देवउठनी) एकादशी पर श्रद्धालुओं ने व्रत रखकर पूजन-अर्चन किया। महिलाओं ने तुलसी विवाह कार्यक्रम विधिवत पूजन के साथ की। अधिकांश श्रद्धालु गंगा स्नान कर पूरे दिन व्रत रहे। ईंख का मंडप बनाकर आंवला, ¨सघाड़ा, कन्ना, सुथनी का भोग लगाकर पूजन-अर्चन किया गया।

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मुहम्मदाबाद : प्रबोधनी एकादशी पर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पूजन-अर्चन किया। मान्यता के अनुसार आज ही के दिन भगवान विष्णु शयन से जागते हैं। महिला श्रद्धालुओं ने नगर से सटे महादेवा स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर पर अखंड दीप जलाई। देर शाम को तुलसी के पौधे के पास चुनरी व सुहाग की वस्तुएं चढ़ाने के पश्चात विधिवत शालिग्राम से विवाह की रस्म अदा की। मान्यता के अनुसार हरि प्रबोधिनी (देव उठनी) एकादशी के व्रत करने से बैकुंठ की प्राप्ति होती है। मलसा : प्रबोधिनी एकादशी पर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। मंदिरों में पूजा पाठ किया गया। महिलाओं ने तुलसी विवाह कराकर आशीर्वचन लिया। तुलसी विवाह की रस्म देर रात तक चलती रही। महिलाओं ने मंगल गीत प्रस्तुत किया। मान्यता है कि आज ही के दिन से भगवान विष्णु चार महीने के बाद सोकर जागते हैं। आज से ही मंगल कार्य शुरू हो जाते हैं।


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