'बोले सो निहाल, शत श्री अकाल' के लगे जयकारे
जासं, गाजीपुर : गुरु गो¨वद ¨सह महराज का 352 वां प्रकाशत्सोव रविवार को धूम-धाम से महाजन टोली स्थित गुरुद्वारा में मनाया गया। इस अवसर पर सरदार दर्शन ¨सह ने कहा कि गुरुगो¨वद ¨सह जी महाराज का जन्म पटना साहब में हुआ था।
जासं, गाजीपुर : गुरु गो¨वद ¨सह महराज का 352 वां प्रकाशोत्सव रविवार को धूमधाम से महाजन टोली स्थित गुरुद्वारा में मनाया गया। इस अवसर पर सरदार दर्शन ¨सह ने कहा कि गुरुगो¨वद ¨सह जी महाराज का जन्म पटना साहब में हुआ था। जब वह हेमकुंड में बैठकर तपस्या कर रहे थे। उस समय पृथ्वी पर अत्याचार चरम सीमा पर था, उस दौरान उन्होंने सबकी रक्षा की।
सुबह से ही गुरुद्वारा पहुंचकर मत्था टेकने के साथ पुष्प अर्पित का क्रम श्रद्धालुओं द्वारा जारी रहा। महिलाओं द्वारा गुरुवाणी का कीर्तन किया व हेमकुंड साहब से पवन ¨सह ने कीर्तन करते हुए उनकी जीवन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर एमएलसी विशाल ¨सह चंचल, नपा अध्यक्ष सरिता अग्रवाल व रास बिहारी राय ने समुदाय के लोगों को बंधाई दिया।
मुहम्मदाबाद : प्रकाशोत्सव के अवसर पर दशमेश सेवा सोसाइटी की ओर से नगर स्थित गुरुद्वारा परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। हेमकुंड साहेब से आए पवन ¨सह व उनके साथियों ने शबद कीर्तन महिमा प्रस्तुत किया गया। प्रकाशोत्सव के दौरान समुदाय की ओर से प्रभात फेरी निकाली गई। देर रात गुरुद्वारा में समुदाय के बच्चों ने शबद व कविता के माध्यम से गुरु महिमा का चित्रण किया। श्रद्धालु 'बोले सो निहाल, शत श्री अकाल' के जयकारे से उत्साहवर्धन करते रहे। इस मौके पर सतनाम ¨सह, हरजीत ¨सह, त्रिलोचन ¨सह, राजेंद्र ¨सह ¨पटू, जगजीत ¨सह, कुलदीप ¨सह, म¨नदर ¨सह, देवेंद्र कौर, त¨जदर कौर, दिलीप कौर, हरजीत ¨सह सलूजा, राजा, सिमर, मनप्रीत ¨सह रहे।