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गिट्टी लदा ट्रक झोपड़ी पर पलटा, दंपती की मौत

जागरण संवाददाता, जमानियां (गाजीपुर) : कोतवाली क्षेत्र के चित्तावनपट्टी गांव स्थित राधा मंदिर के

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 09:27 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 09:27 PM (IST)
गिट्टी लदा ट्रक झोपड़ी पर पलटा, दंपती की मौत
गिट्टी लदा ट्रक झोपड़ी पर पलटा, दंपती की मौत

जागरण संवाददाता, जमानियां (गाजीपुर) : कोतवाली क्षेत्र के चित्तावनपट्टी गांव स्थित राधा मंदिर के पास राष्ट्रीय राज्यमार्ग-24 पर मंगलवार की भोर में गिट्टी लदा ट्रक झोपड़ी पर पलट गया। इससे झोपड़ी में सो रहे रामदुलार (35) व उनकी गर्भवती पत्नी मुअली (30) की दबकर मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस क्रेन व जेसीबी से मलबा हटाकर शव को बाहर निकाली। हादसा के बाद चालक व खलासी ट्रक छोड़कर फरार हो गए। इस मामले में रामदुलार के पिता जगलाल डोम ने अज्ञात ट्रक चालक व मालिक के खिलाफ तहरीर दी।

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भोर में ट्रक पर गिट्टी लादकर चालक सैय्यदराजा से गाजीपुर की ओर आ रहा था। सड़क पर गड्ढा होने व ओवरलोड के चलते ट्रक अचानक अनियंत्रित होकर रामदुलार के झोपड़ी पर पलट गया। ट्रक के पलटने के बाद तेज आवाज हुई तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और शोर-शराबा करने लगे। कुछ ही देर में सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। ग्रामीण अपने स्तर से पति-पत्नी को बाहर निकालने का प्रयास किए लेकिन कामयाबी नहीं मिली। कुछ देर बाद एसडीएम विनय कुमार गुप्ता व सीओ आरबी ¨सह दलबल के साथ पहुंचे और क्रेन व जेसीबी मंगाकर घंटों मशक्कत के बाद दोनों शवों को बाहर निकलवाया। रामदुलार व उनकी पत्नी का शव जैसे ही बाहर निकला तो घर में कोहराम मच गया। उपजिलाधिकारी ने बताया कि पीड़ित परिवार को शासन की ओर से मुआवजा दिलाया जाएगा।

काल बनकर आई चालक को झपकी

-घंटों मशक्कत के बाद दोनों शवों को निकाला गया बाहर चालक की नींद की वजह से तो नहीं हुआ हादसा

जासं, जमानियां : जिस तरीके से दंपती की मौत हुई वह गांव ही नहीं आसपास के लोगों को झकझोर गई। गरीब परिवार और बचे बेटे का गुजारा कैसे होगा। ईश्वर ने यह क्या कर दिया जैसे शब्द लोगों की जुबां से निकल रहे थे। आशंका है कि चालक की नींद की ही वजह से यह हादसा हुआ। पीड़ित परिवार के रुदन-क्रंदन से ढांढस बंधाने में लोगों का कलेजा निकल जा रहा था। उधर, किसी तरह घंटों मशक्कत के बाद दोनों शवों को निकाला गया बाहर जा सका। तब बच गई पुत्र की जान

रामदुलार का दस वर्षीय पुत्र बल्लो उर्फ सटवना रोजाना अपने माता-पिता के साथ झोपड़ी में सोता था। दुर्घटना की रात वह दादा जगलाल के साथ झोपड़ी के बाहर चारपाई पर सोने की जिद करने लगा। बेटे की जिद पर माता-पिता उसे दादा के साथ सोने के लिए जाने दिए। दुर्घटना में पिता रामदुलार व माता मुअली के मौत के बाद ग्रामीण यही चर्चा कर रहे थे कि बेटे की जिद ने ही उसकी जान बचा दी।

ओवरलोड ट्रक पर जर्जर सड़क बनी हादसे का कारण

दुर्घटना में पति-पत्नी की मौत के बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा गया। ग्रामीणों का कहना है कि ओवरलोड ट्रक पर जर्जर सड़क हादसे का कारण बनी। आरोप लगाया कि पुलिस रुपये लेकर ओवरलोड ट्रकों का संचालक धड़ल्ले से करवा रही है। ओवरलोड होने के कारण छोटे से गड्डे में भी पड़ने से ट्रक आए दिन पलट जाते हैं।


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