खबर पढ़कर मर्माहत युवाओं ने विधवा को दी सहायता
जागरण संवाददाता दुल्लहपुर (गाजीपुर) जागरण में पिछले 29 जुलाई को सिर पर छत नहीं शौच
जागरण संवाददाता, दुल्लहपुर (गाजीपुर) : जागरण में पिछले 29 जुलाई को 'सिर पर छत नहीं शौचालय में चल रही गृहस्थी' शीर्षक से प्रकाशित खबर को पढकर मर्माहत हुए कुछ युवा उक्त परिवार के मदद को आगे आए हैं। उन्होंने उक्त विधवा के लिए आपसी सहयोग से शेड व बांस आदि उपलब्ध कराया है।
गरीबों को उनका हक दिलाने के लिए बनाये गये सरकारी मिशनरी व जनप्रतिनिधि पांच साल से जिस विधवा को उसका हक नहीं दिला पाये। उसे कुछ हद तक अब गांव के युवाओं ने कर दिखाया है। उन्होंने जफरपुर गांव की विधवा पन्ना देवी के सिर पर छाया करने के लिए चार सीमेंट की चादर व रखने के लिए बांस विधवा पन्ना देवी के घर भेज दिया है। समाचार में जिक्र था कि आवास के अभाव में विधवा शौचालय में गृहस्थी का सामान रखती है। वहीं दिन में खुले आसमान के नीचे तो रात दूसरों के घर बिताने को विवश है। विधवा के दो नाबालिग पुत्र जिसमें एक दोनों आंख का अंधा तो दूसरा कुपोषण का शिकार है। इसके बावजूद भी आज तक उज्ज्वला योजना सहित किसी योजना का लाभ नहीं मिला। सहायता देने वालों में राम प्रवेश विश्वकर्मा, सतीश विश्वकर्मा, बिरेन्द्र चौहान, राधे प्रजापति, अच्छेलाल विश्वकर्मा ने बताया कि देखते हैं कब तक प्रशासन की आंख खुलती है।