सर्वे के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ हो रहा दुर्व्यवहार
जागरण संवाददाता गाजीपुर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर सर्वे कराकर गं
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर सर्वे कराकर गंभीर मरीजों को चिह्नित किया जा रहा है कि उन्हें क्या रोग है? इसका डाटा जुटाने में लगी हुई हैं। हालांकि इस दौरान उन्हें ग्रामीणों की तरफ से जलालत भी झेलने को मजबूर होना पड़ रहा है।
सर्वे के दौरान घर में कितने सदस्य हैं, किस बीमारी से ग्रसित हैं, वो पता करती हैं, जरा सा भी उन्हें संदेह होता है तो उसकी जांच करवाती हैं। पर दुख तब होता है, जब उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। मिर्जापुर स्वास्थ्य केंद्र के बिजहरी गांव की आशा संगिनी चितामणि ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि घर-घर सर्वे के दौरान लिए गए मोबाइल नंबर पर फर्जी तरीके से कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट भेजी जा रही है, जिसके चलते ग्रामीण सर्वे में सहयोग नहीं कर रहे हैं। साथ ही यह भी कह रहे हैं कि इस गांव में मत सर्वे करो। यही बात आशा संगिनी पुनीता राय ने बताया कि ग्रामीण कह रहे हैं कि हम लोग जांच कराने नहीं जाएंगे। सरकार कुछ करेगी नहीं, बस झूठा कोरोना बीमारी दिखा देगी। बीपीएम सोनल श्रीवास्तव ने बताया कि हमें कोरोना के साथ जीने की आदत डालते हुए अपने आत्म विश्वास और शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी होगी। असुरक्षित खान-पान एवं भीड़भाड़ से बचते हुए और बाजारों में सामाजिक दूरी का ख्याल भी रखें एवं मॉस्क लगाएं और हाथों की सफाई का ध्यान रखें।