Move to Jagran APP

पुष्टाहार वितरण नहीं किया तो होगी कार्रवाई

गाजीपुर अगर लाभार्थियों को पुष्टाहार वितरित नहीं किया गया तो संबंधितों के खिलाफ अवश्य कार्रवाई होगी। आंगनबाड़ी केंद्र तो नियमित खुलने चाहिए अगर बंद रहते हैं तो यह गंभीर समस्या है। समय-समय पर मेरे द्वारा निरीक्षण करने के साथ ही सीडीपीओ को भी इसके लिए निर्देशित किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Nov 2019 04:45 PM (IST)Updated: Sun, 24 Nov 2019 04:45 PM (IST)
पुष्टाहार वितरण नहीं किया तो होगी कार्रवाई
पुष्टाहार वितरण नहीं किया तो होगी कार्रवाई

जासं, गाजीपुर : अगर लाभार्थियों को पुष्टाहार वितरित नहीं किया गया तो संबंधित आंगनबाड़ी के खिलाफ अवश्य कार्रवाई होगी। आंगनबाड़ी केंद्र नियमित खुलने चाहिए, अगर बंद रहते हैं तो यह गंभीर समस्या है। समय-समय पर मेरे द्वारा निरीक्षण करने के साथ ही सीडीपीओ को भी इसके लिए निर्देशित किया जाएगा। शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक लाभार्थी को दिया जाएगा। यह कहना था जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडेय का। वह रविवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। सबसे अधिक सवाल आंगनबाड़ी केंद्र और पुष्टाहार के संबंध में आए। पाठकों ने शिकायत किया कि उनके यहां आंगनबाड़ी केंद्र अक्सर बंद रहते हैं और पुष्टाहार का भी वितरण नहीं होता है। इस पर डीपीओ काफी नाराज दिखे और शीघ्र निरीक्षण कर समस्या को दूर कराने का आश्वासन दिया।

loksabha election banner

---

क्या है आंगनबाड़ी का उद्देश्य

: ग्रामीण क्षेत्रों में तीन से छह वर्ष के बच्चों और उनकी मां को कुपोषण से बचाने के लिए भारत सरकार द्वारा एकीकृत बाल विकास सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत आंगनबाड़ी योजना को आरंभ किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता योजना को संचालित करने का मुख्य पद है। यह बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के साथ ही महिलाओं को उचित परामर्श व सहायता प्रदान करती हैं। आंगनबाड़ी केंद्र को सही से संचालित करने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की होती है। आंगनबाड़ी केंद्रों से छह योजनाओं का लाभ दिया जाता है। इसमें चार स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा हुआ है। गर्भवती महिलाओं की गोद भराई और छह माह के बच्चों का अन्नप्रासन भी किया जाता है।

----

कुछ इस तरह के आए सवाल :

सवाल : हमारे गांव पटकनियां के आगनबाड़ी केंद्र चलते ही नहीं हैं, यहां कुल कितने केंद्र हैं?

जवाब : आपके गांव में छह आंगनबाड़ी केंद्र हैं। अगर नहीं चल रहा है तो यह बहुत बड़ी कमी है। जल्द ही मैं भी आपके गांव आउंगा। शिकायत सही मिली तो कड़ी कार्रवाई होगी।

सवाल : हमारे गांव खड़वाडीह में बच्चों को पुष्टाहार वितरण नहीं हो रहा हैं, क्यों?

जवाब : ऐसा नहीं होना चाहिए। क्यों वितरण नहीं हो रहा है। इसकी जांच की जाएगी और कार्रवाई भी होगी।

सवाल : सुमंगला योजना में रजिस्ट्रेशन की कापी कहां जमा करना है?

जवाब : जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालय में जमा करना होता है।

सवाल : हमारे गांव पलिया में न केंद्र चलता है और न ही पुष्टाहार का वितरण होता है। कागज में ही सब चलता है। आप लोग कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं?

जवाब : यह तो बहुत गंभीर बात है। मैं शीघ्र ही आपके गांव आउंगा। इस समस्या का निस्तारण करने के साथ ही ग्रामीणों के हित में कार्य किया जाएगा।

सवाल : दो वर्ष से आंगनबाड़ी केंद्र बंद हैं, क्यों?

जवाब : हम संबंधित सीडीपीओ को बोलते हैं, जाकर वहां देखेंगे।

सवाल : दुल्लहपुर के मिनी आंगनबाड़ी और दो अन्य केंद्रों पर कुछ नहीं बनता है, ऐसा क्यों?

जवाब : हम मौके पर जाकर देखेंगे। पुष्टाहार जरूर वितरित होना चाहिए। आपकी शिकायतों का जल्द निस्तारण किया जाएगा।

सवाल : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एक साथ विभिन्न कार्य कैसे कर सकती हैं। क्यों इसके निदान के लिए कोई कदम उठाए गए हैं?

जवाब : स्वास्थ्य विभाग का चार, बीएलओ का कार्य आदि सभी महत्वपूर्ण हैं। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हैं, इसमें सभी को मिलकर कार्य करना ही होगा। इन्होंने किया सवाल

- राजकुमार शर्मा-पटकनियां, सुनील कुमार भारती-खड़वाडीह, अभयानंद कश्यप-मोहब्बतपुर, दीपक स्वर्णकार-करीमुद्दीनपुर, विनय गुप्ता-पलियां, मोहन जायसवाल-दुल्लहपुर, पुनीत सिंह-विवेकानंद कालोनी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.