मौतों की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित
जासं गाजीपुर शहर के खोवा मंडी व कासिमाबाद के निजी अस्पतालों में प्रसूता की हुई मौत के मामले में परिजनों द्वारा आशाओं पर लगाए गए आरोप को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए सीएमओ ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी है।
जासं, गाजीपुर : शहर के खोवा मंडी व कासिमाबाद के निजी अस्पतालों में प्रसूता की हुई मौत के मामले में परिजनों द्वारा आशाओं पर लगाए गए आरोप को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए सीएमओ ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी है। टीम के सदस्य कमीशन व आशाओं के संलिप्तता की जांचकर आख्या प्रस्तुत करने का काम करेंगे। इससे स्वास्थ्य कर्मियों में खलबली मची हुई है।
मरदह थाना क्षेत्र पृथ्वीपुर गांव निवासी अनिल ने वहां की आशा शकुंतला पर आरोप लगाया था कि बीते 27 जुलाई को उनकी गर्भवती पत्नी सुनीता को प्रसव के लिए कासिमाबाद स्थित सीएचसी ले जाने के बजाए अपंजीकृत अस्पताल सेवा सदन में भर्ती करा दिया गया था। जहां आपरेशन के बाद बीते 31 जुलाई को पत्नी की मौत हो गई थी। वहीं जमानियां निवासी श्रवण पटेल ने आशा माधुरी गोड़ पर आरोप लगाया था कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने के बजाए बहला-फुसलाकर शहर के खोवा मंडी स्थित ममता अस्पताल ले जाया गया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी ने दोनों मामलों की जांच करने के लिए एसीएमओ प्रशासन डा. आरके सिन्हा व जिला प्रशासनिक अधिकारी प्रेमचंद चौहान को नामित किया गया है, जबकि कासिमाबाद की जांच की जिम्मेदारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुहम्मदाबाद के अधीक्षक डा. उमेश कुमार को दी गई है।