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माइनर का फाटक टूटने से 80 बीघा फसल जलमग्न

जागरण संवाददाता दुल्लहपुर (गाजीपुर) क्षेत्र के छपरी मैहर गांव के पास देवकली पंप कैनाल के माइनर का गेट टूटने से 80 बीघा फसल बर्बाद हो गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 09:41 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 09:41 PM (IST)
माइनर का फाटक टूटने से 80 बीघा फसल जलमग्न
माइनर का फाटक टूटने से 80 बीघा फसल जलमग्न

जागरण संवाददाता, दुल्लहपुर (गाजीपुर) : क्षेत्र के छपरी, मैहर गांव के पास देवकली पंप कैनाल नहर के माइनर का फाटक टूटने से किसानों की 80 बीघा गेहूं, सरसों और जौ की फसल जलमग्न हो गई। आपूर्ति बंद कराकर पानी निकासी का जतन किया जाता रहा है। इससे पीड़ित किसानों में संबंधित विभाग को लेकर आक्रोश है।

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कुछ दिन पूर्व क्षेत्र से गुजर रही देवकली पंप कैनाल की सफाई कराई गई थी। इसके बाद पानी छोड़ा गया। सोमवार की रात दो बजे पानी के वेग से छपरी, मैहर के पास लगा जर्जर गेट टूट गया। इससे नहर का पानी किसानों के खेतों में चला गया और सभी फसलें डूब गई। रात में ही किसानों ने इस क्षेत्र के इंचार्ज हरेंद्र चौहान को फोन कर आपूर्ति बंद कराया। तब तक लगभग 80 बीघा की फसल जलमग्न हो चुकी थी। इससे लालजी चौहान, उदय चौहान, फूलचंद चौहान, हरीनाथ यादव, पांचू राम, मुरत चौहान, मनोज की गेंहू, सरसों, जौ की फसल बर्बाद हो गई। फसल डूबने से किसानों को काफी आर्थिक क्षति हुई है। किसानों का आरोप है कि माइनर का फाटक काफी दिनों से जर्जर हो चुका था। इसकी जानकारी कई बार देवकली कैनाल पर दी गई थी, लेकिन मरम्मत नहीं कराई जा सकी।

उधर जिन किसानों की फसल बर्बाद हो गई है उनके सामने जीवन यापन और परिवार के भरणपोषण का संकट गहरा गया है। पहले ही कोरोना के कारण हर वर्ग का नुकसान हुआ जिसमें किसान भी शामिल हैं। मेहनत क रके लगाई गई फसल के इस कदर नष्ट हो जाने पर किसानों को अब मुआवजे को लेकर भी सरकार से उम्मीद है


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