आज करें भगवान शिव व नाग की पूजा, काल सर्प दोष से मिलेगी मुक्ति
जागरण संवाददाता साहिबाबाद सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी के रूप में मनाया जा
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शिव और उनके नाग की पूजा करने से काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है। ऐसे लोग जिनकी कुंडली में काल सर्प दोष है उन्हें पूजा पाठ करने के साथ उपवास भी रखना चाहिए। इससे काल सर्प दोष से मुक्ति मिलने के साथ अन्य विषैले जीव जंतुओं के काटने से भी छुटकारा मिल जाता है।
इस वर्ष शिव योग में नाग पंचमी पूजा का एक अद्भुत योग बन रहा है। इसमें भगवान शिव व नाग-नागिन की पूजा उत्तम और कल्याणकारी है। भागवत पुराण के अनुसार जब राजा परीक्षित को तक्षक नाग ने डस लिया था। इससे उनकी मृत्यु हो गई थी। राजा परीक्षित के सर्प पुत्र जन्मेजय इससे बहुत क्रोधित हुए। इसके बाद उन्होंने सर्पेश यज्ञ प्रारंभ किया। वह एक एक कर इस यज्ञ में सांपों भस्म कर रहे थे। इस दिन नाग पंचमी थी। इससे हाहाकार मच गया। पृथ्वी से सांपों की प्रजाती खत्म होने का संकट आ खड़ा हुआ। इस पर ऋषि मुनियों ने जन्मेजय से यज्ञ रोकने का आग्रह किया। ऋषियों ने बताया कि राजा परीक्षित को श्राप था कि उनकी मौत सांप के काटने से होगी। ऋषियों ने हल बताया कि यदि किसी की कुंडली में काल सर्प दोष है तो वह नाग पंचमी के दिन भगवान शिव व नाग-नागिन की पूजा करे। इससे दोष खत्म हो जाएगा साथ ही विषैले जीव-जंतुओं के काटने का भी डर नहीं रहेगा। ट्रांस हिडन में नाग पंचमी पर बड़ी संख्या में लोग मंदिरों या घरों में पूजा पाठ करते हैं। कोरोना वायरस से फैली इस महामारी के चलते लोग अपने घरों में भी विधि विधान से पूजा कर सकते हैं। घर में ऐसे करें पूजा : घर में भगवान शिव की का रुद्राभिषेक करें। मिट्टी से नाग-नागिन की प्रतिमा बनाकर घर में स्थापित करें। इसके बाद दूध, अक्षत, फूल, चंदन और मीठा अर्पित करें। पूजन सामग्री अर्पित करने के बाद महादेव से अपनी हर बाधा दूर करने की कामना करें। पूजा में घर के सभी सदस्यों को शामिल करें। शनिवार सुबह 7:30 बजे से 9:17 बजे और 11:29 बजे से 12:30 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। नाग पंचमी के दिन भगवान शिव व नाग-नागिन की पूजा करने से काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही मंदिर में जाकर या घर पर ही विधि विधान से पूजा करें। जिनकी कुंडली में काल सर्प दोष है उन्हें अवश्य पूजा करनी चाहिए।
- प. राजेंद्र प्रसाद पांडेय, प्रधान पुजारी, प्राचीन सनातन धर्म मंदिर कौशांबी