सीवरेज के काम ने पकड़ी रफ्तार, फरवरी तक पूरा होने की संभावना
जागरण संवाददातामोदीनगर 500 करोड़ से भी अधिक की योजना से शहर में सीवरेज का काम दोबार
जागरण संवाददाता,मोदीनगर:
500 करोड़ से भी अधिक की योजना से शहर में सीवरेज का काम दोबारा से रफ्तार पकड़ गया है। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि फरवरी 2021 तक काम पूरा हो जाएगा और लोगों को गंदे पानी की निकासी की लंबे से चली आ रही समस्या से निजात मिलेगी। 2017 में मोदीनगर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट योजना का काम शुरू हुआ था। अधिकांश गली मोहल्लों में पाइपलाइन डालने का काम पूरा कर दिया गया है। दिल्ली-मेरठ हाईवे के किनारे पाइपलाइन डालने का काम अधूरा रह गया था। पिछले साल दिवाली के आसपास प्रदूषण और अब लॉकडाउन होने से काम लंबे समय तक बंद रहा। जो अब डीएम के आदेश मिलने के बाद दोबारा शुरू हुआ है। इस समय हाईवे पर ट्रैफिक भी काफी कम है। इसलिए काम भी काफी तेजी से चल रहा है। जल निगम के अधिकारियों की मानें तो काम इस समय अंतिम चरण में चल रहा है। फरवरी 2021 के अंत तक काम को पूरा कर दिया जाएगा। जिसके बाद लोगों को गंदे पानी की निकासी की समस्या से स्थाई निजात मिलेगी। इस बारे में जल निगम के एक्सईएन अमीरूल हसन का कहना है कि काम को तेजी से कराया जा रहा है। प्रयास है कि फरवरी 2021 तक योजना को पूरा करके लोगों को इसकी सुविधा मिल जाए। उन्होंने बताया कि इस साल अक्टूबर माह में प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन दो बार लंबे समय तक काम प्रभावित रहने से काम पूरा करने में समस्या हुई। जंजाल है गंदे पानी की निकासी:
मोदीनगर शहर में गंदे पानी की निकासी की समस्या शहरवासियों के लिए लंबे समय से बनी हुई है। बारिश के सीजन में सड़कों पर पानी ही पानी नजर आता है। सीवरेज का काम पूरा होने पर इस विकराल समस्या से लोगों को राहत मिलेगी।