नसबंदी के दौरान महिला की मौत, जांच शुरू
जागरण संवाददाता गाजियाबाद नसबंदी के दौरान एक महिला की बुधवार को मौत हो गई है। अर्थला स्थित न्यू हिडन विहार निवासी रौनक खान की पत्नी फातिमा (26) सुबह 10 बजे जिला महिला अस्पताल में नसबंदी कराने पहुंची थी। आपरेशन से पहले होने वाली अनिवार्य जांच रिपोर्ट सामान्य आने पर आपरेशन की तैयारी शुरू हुई। महिला चिकित्सकों की कमी देखते हुए सीएमएस डा. संगीता गोयल ने खुद ही आपरेशन का निर्णय लिया। महिला को दोपहर एक बजे आपरेशन थिएटर में ले जाकर बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया गया।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: नसबंदी के दौरान एक महिला की बुधवार को मौत हो गई है। अर्थला स्थित न्यू हिडन विहार निवासी रौनक खान की पत्नी फातिमा (26) सुबह 10 बजे जिला महिला अस्पताल में नसबंदी कराने पहुंची थी। आपरेशन से पहले होने वाली अनिवार्य जांच रिपोर्ट सामान्य आने पर आपरेशन की तैयारी शुरू हुई। महिला चिकित्सकों की कमी देखते हुए सीएमएस डा. संगीता गोयल ने खुद ही आपरेशन का निर्णय लिया। महिला को दोपहर एक बजे आपरेशन थिएटर में ले जाकर बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया गया। इंजेक्शन लगाने के पांच मिनट बाद ही महिला की मौत हो गई। इससे सीएमएस एवं ओटी स्टाफ के हाथ-पांव फूल गए। करीब एक घंटे तक महिला को बचाने का भरसक प्रयास किया गया, लेकिन चिकित्सकों को सफलता नहीं मिली। रौनक की दो बेटी और एक बेटा है। मोटर मैकेनिक रौनक ने बताया पांच साल की आना, तीन साल की सोफिया और आठ माह का बेटा हसन है। रोते हुए बोले कि अब तीनों का लालन-पालन खुद ही करना होगा। जिले में ऐसी पहली मौत, परिवार नियोजन को झटका : नसबंदी के दौरान जिले में पहली मौत के साथ ही परिवार नियोजन को लेकर संचालित योजनाओं को बड़ा झटका लगा है। शंका जताई जा रही है कि अगले कुछ दिनों तक महिलाएं भी नसबंदी कराने से कतराएंगी। नसबंदी को लेकर स्वास्थ्य विभाग पहले से ही बहुत पीछे चल रहा है। चालू वित्त वर्ष में अब तक तीन हजार के लक्ष्य के सापेक्ष केवल 264 महिलाओं ने नसबंदी कराई है। पिछले वर्ष 1,719 के लक्ष्य के सापेक्ष 1,392 महिलाओं ने नसबंदी कराई थी। चालू वित्त वर्ष में 45 पुरुषों के सापेक्ष केवल 13 ने नसबंदी कराई है।
वर्जन..
चिकित्सकों की लापरवाही से मेरी पत्नी की मौत हुई है। आपरेशन से पहले कराई गईं जांच सामान्य आने पर ओटी में जाते ही बेहोशी के इंजेक्शन की अधिक मात्रा दिए जाने से स्वस्थ फातिमा की मौत हुई है। इसकी जांच को लेकर मुख्यमंत्री से लिखित में शिकायत की जाएगी।
- रौनक खान, मृतका के पति।
-------
फातिमा को बेहोशी का इंजेक्शन लगाया गया तो वह तुरंत कोमा में चली गई। जांच करने पर पाया गया कि फातिमा की आपरेशन से पहले मौत हो गई है। हृदयाघात से महिला की मौत हुई है। पति के लिखित में दिए जाने की वजह से पोस्टमार्टम नहीं कराया गया है।
-डा. संगीता गोयल,सीएमएस जिला महिला अस्पताल।
-------
नसबंदी के दौरान महिला की मौत के प्रकरण की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। तीन चिकित्सकों की जांच समिति गठित कर दी गई है। जांच में पता लगाया जाएगा कि लापरवाही हुई है अथवा सामान्य मौत हुई है।
-डा. भवतोष शंखधर, सीएमओ।