सिपाही की पत्नी ने बैंककर्मियों पर लगाया परेशान करने का आरोप
जासं साहिबाबाद सीआरपीएफ के सिपाही की पत्नी को एक बैंक के कर्मियों ने परेशान कर दिया
जासं, साहिबाबाद: सीआरपीएफ के सिपाही की पत्नी को एक बैंक के कर्मियों ने परेशान कर दिया है। दस दिन से वह उन्हें बैंक के चक्कर काटवा रहे हैं, लेकिन उनके बैंक अकाउंट का केवाइसी अपडेट नहीं किया जा रहा है। उन्होंने इसकी शिकायत आरडब्लयूए पदाधिकारियों से कर मदद की अपील की है।
मूलत: झारखंड के गिरिडीह में रहने वाली खुशबू के पति अक्षय सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) में सिपाही हैं। वर्तमान में मुंबई में कार्यरत हैं। खुशबू के भाई राजीव ने बताया कि लॉकडाउन होने से पहले बेटे के एडमिशन के लिए खुशबू झारखंड से वैशाली स्थित पार्क एवेन्यू सोसायटी में उनके पास आई। उनको रुपयों की आवश्यकता हुई तो दस दिन पहले एक निजी बैंक की नजदीकी शाखा में गई, इसी बैंक में ही खुशबू का अकाउंट है। यहां पता चला कि केवाइसी अपडेट न होने के कारण खाता फ्रीज कर दिया गया है, खुशबू ने केवाइसी (नो योर कस्टमर) अपडेट करने के लिए बैंककर्मियों से कहा तो उनसे दस्तावेज की मांग की गई। उन्होंने लगभग सभी दस्तावेज बैंककर्मियों को दिए, बस पेनकार्ड उनके पास नहीं है। इसके लिए पेनकार्ड की फोटो स्टेट की प्रति बैंककर्मियों को मुहैया करवाई गई, लेकिन वह खाता अपडेट नहीं कर रहे हैं। खुशबू का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने इनकम टैक्स कमिश्नर और बैंक की जिस शाखा में उनका अकाउंट है, वहां के मैनेजर से भी बात कर ली तो उन दोनों लोगों ने पेन कार्ड की फोटो स्टेट प्रति वैशाली में बैंक मैनेजर देने के लिए कहा। इसके बावजूद बैंक की वैशाली स्थित शाखा के मैनेजर ने रट लगा रखी है कि पेनकार्ड मिलने पर ही केवाइसी अपडेट करेंगे। जबकि ऐसे समय में खुशबू झारखंड नहीं जा सकती हैं। परिवार का कहना है कि कोरोना योद्धा के परिवार के साथ बैंककर्मी इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, जिससे परेशानी हो रही है।