Move to Jagran APP

तीन तलाक पर कानून बना तो निकाह के लिए हुई तैयार

हसीन शाह गाजियाबाद मोरटा की एक महिला को जब पति ने तीन तलाक कहकर घर से बाहर कर

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 08:58 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 08:58 PM (IST)
तीन तलाक पर कानून बना तो निकाह के लिए हुई तैयार
तीन तलाक पर कानून बना तो निकाह के लिए हुई तैयार

हसीन शाह, गाजियाबाद :

loksabha election banner

मोरटा की एक महिला को जब पति ने तीन तलाक कहकर घर से बाहर कर दिया तो उसने तय किया कि वह कभी निकाह नहीं करेगी। उसने सोचा उस निकाह से क्या फायदा जो, तीन अल्फाजों से टूट जाए और पति हर जिम्मेदारी से आजाद रहे। लेकिन तीन तलाक पर कानून के बनने के बाद उसने फैसला बदल दिया। तीसरा निकाह कर उसने घर बसा लिया है।

यह महिला दूसरे पति द्वारा तीन तलाक देने पर घर बसाने की इच्छा को अपने सीने में दफन कर चुकी थी। पूर्व पति के मुंह से निकले तीन अल्फाजों ने उसके जीवन को तबाह कर दिया था। कानून नहीं होने के कारण थाने से उसे दुत्कार दिया गया।

मोरटा निवासी पीड़िता मीनू का कम उम्र में स्वजनों ने 12 साल पहले मेरठ निवासी व्यक्ति के साथ निकाह किया था। निकाह के कुछ दिन बाद ही महिला के पति की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद महिला महिला का निकाह दिल्ली के आजादपुर निवासी व्यक्ति के साथ कर दिया गया। पति ने 15 दिन बाद ही उसे तीन बार तलाक कहकर घर से निकाल दिया। पत्नी तीन तलाक की शिकायत करने थाने पहुंची। उस दौरान कानून नहीं होने के कारण दिल्ली पुलिस ने पीड़िता की मदद नहीं की। महिला बच्चे को लेकर अपने घर मोरटा आ गई। इसके बाद महिला ने निर्णय लिया कि वह कभी भी निकाह नहीं करेगी। तीन साल पहले महिला ने अपने बच्चे का पेट भरने के लिए एक फैक्ट्री में नौकरी करने लगी। यहां पर सिहानी निवासी शाहरुख काम करता था। शाहरुख ने निकाह करने की इच्छा जताई। तीन तलाक की व्यवस्था के कारण उसने मना कर दिया। उसने कहा कि वह अपने बेटे के सहारे जीवन व्यतीत करेगी। एक साल बाद तीन तलाक पर कानून बना तो महिला ने राहत की सांस ली। इसके बाद शाहरुख ने फिर से निकाह करने के लिए कहा। कानून बनने पर महिला ने अपने अपने स्वजनों की इजाजत लेकर निकाह की हामी भर दी। 17 जून को लोहिया नगर मस्जिद के इमाम ने महिला का शाहरुख से निकाह करा दिया। ---- तीन तलाक पर कानून बनने से महिलाओं को मजबूती मिली है। अब मैं गुस्से में भी तीन तलाक नहीं दे सकता हूं। इस पर कानून बनना जरूरी था। मैं निकाह करके बहुत खुश हूं। नई जिदगी की शुरुआत की है। अब मेरे माता-पिता भी विरोध नहीं कर रहे हैं। मैंने अपने ससुर से बात की हैं, वह भी बहुत खुश हैं। मैं अपनी बीवी को हमेशा खुश रखूंगा।

- शाहरुख, शौहर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.