चौकी प्रभारी का रिश्वत लेते वीडियो वायरल, निलंबित
जागरण संवाददाता साहिबाबाद खोड़ा थाना क्षेत्र की नेहरू गार्डन पुलिस चौकी के प्रभारी उपनिरीक्ष्
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद: खोड़ा थाना क्षेत्र की नेहरू गार्डन पुलिस चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक गजेंद्र सिंह का बृहस्पतिवार को रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हो गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने तत्काल उन्हें निलंबित कर दिया। मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम अंशु जैन को सौंपी गई है। आरोप है कि पति-पत्नी के संपत्ति विवाद में चौकी प्रभारी ने महिला के वकील से चालीस हजार रुपये की रिश्वत ली है।
बृहस्पतिवार दोपहर में वाट्सएप ग्रुपों पर दो वीडियो वायरल हुए। उनमें एक व्यक्ति नेहरू गार्डन पुलिस चौकी में उपनिरीक्षक गजेंद्र सिंह को रुपये गिनकर देते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो को संज्ञान में लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने शाम को गजेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम अंशु जैन को सौंप दी। अंशु जैन ने बताया है कि वीडियो में गजेंद्र सिंह रुपये लेते हुए दिख रहे हैं। उसकी जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सौंपी जाएगी।
संपत्ति विवाद में रिश्वत लेने का है आरोप: अधिवक्ता उमाशंकर शर्मा का आरोप है कि उनकी एक महिला मुवक्किल ने साल 2003 में नेहरू गार्डन स्थित 150 गज के मकान का बैनामा कराया था। उनके पति ने उन्हें छोड़ दिया। पति ने जालसाजी कर उस मकान की अपनी मौसी के बेटे के नाम पावर आफ अटार्नी करवा ली। इसके बाद उसने फर्जीवाड़ा करके उस मकान का अपने नाम बैनामा करवा लिया और मकान को किराये पर दे दिया। उन्होंने महिला की ओर से इसकी थाना खोड़ा में शिकायत दी है। नेहरू गार्डन चौकी प्रभारी गजेंद्र सिंह ने रिपोर्ट दर्ज करने के नाम पर रिश्वत मांगी। कहा कि पुलिस क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम और थाना प्रभारी निरीक्षक को एक-एक लाख रुपये देने होंगे, तो रिपोर्ट दर्ज होगी। उनके कहने पर उन्हें चौकी में कई बार में कुल 40 हजार रुपये दे दिए, लेकिन फिर भी रिपोर्ट नहीं दर्ज हुई। उन्होंने गजेंद्र सिंह का रिश्वत लेते हुए का वीडियो मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भेजकर मामले की शिकायत की है। वायरल वीडियो में संपत्ति के विवाद में उपनिरीक्षक गजेंद्र सिंह पर लेनदेन का आरोप लगा है। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम को सौंपी गई है।
-कलानिधि नैथानी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गाजियाबाद पति-पत्नी के संपत्ति विवाद की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी अंशु जैन कर रही थीं। उससे मेरा कोई लेनादेना नहीं है। मुझे बहुत तेज बुखार था। दवाई मंगवाई थी। दवाई देते हुए उन्होंने वीडियो बना लिया। मैंने रिश्वत नहीं ली है।
-उपनिरीक्षक गजेंद्र सिंह, चौकी प्रभारी नेहरू गार्डन, थाना खोड़ा