मुख्यमंत्री के साथ वार्ता रही विफल, सुबह सात बजे दिल्ली कूच करेंगे किसान
हरिद्वार से दिल्ली के राजघाट के लिए आ रही किसान क्रांति यात्रा सोमवार दोपहर ट्रांस ¨हडन पहुंची। इस दौरान सड़कों पर किसानों को हुजूम देखने को मिला। ट्रैक्टर, गाड़ियों के अलावा पैदल सैकड़ों किसानों ने ¨लक रोड पर वसुंधरा स्थित दो फॉर्म हाउसों में डेरा डाल लिया। सोमवार शाम को डीएम और एसएसपी ने किसानों ने वार्ता की। इसके बाद किसानों का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल गृहमंत्री राजनाथ ¨सह से वार्ता करने दिल्ली रवाना हुआ। किसानों का कहना है कि वे दो अक्टूबर की सुबह दिल्ली के राजघाट के लिए प्रस्थान करेंगें।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद (गाजियाबाद): हरिद्वार से दिल्ली के राजघाट के लिए आ रही किसान क्रांति यात्रा सोमवार दोपहर ट्रांस ¨हडन पहुंची। इस दौरान सड़कों पर किसानों का हुजूम देखने को मिला। ट्रैक्टर, गाड़ियों के अलावा पैदल सैकड़ों किसानों ने ¨लक रोड पर वसुंधरा स्थित दो फॉर्म हाउसों में डेरा डाल लिया। सोमवार रात सीएम योगी आदित्यनाथ से हुई किसानों की वार्ता विफल रही। इसके बाद अब किसान मंगलवार सुबह सात बजे दिल्ली के लिए कूच करेंगें।
हरिद्वार से आ रहे किसानों को प्रशासन ने कमला नेहरू नगर में रोकने की योजना बनाई थी। हालांकि किसानों ने प्रशासन की योजना को पूरी तरह फेल करते हुए सीधे ट्रांस ¨हडन का रुख कर दिया। दोपहर करीब दो बजे यात्रा ने ट्रांस ¨हडन में प्रवेश कर लिया। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेश टिकैत के नेतृत्व में हजारों किसान जीटी रोड से होते हुए ¨लक रोड स्थित सब्जी मंडी पहुंचें। यहां किसानों ने मंडी के अंदर जाने से इंकार कर दिया। अधिकारियों में मचा हड़कंप, फॉर्म हाउस में रुकवाया: किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन मंडी के दरवाजे बंद कर उन्हें बंधक बना लेगा। वह सड़क पर बैठने को तैयार हो गए। इसके बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। शहर में जाम को देखते हुए अधिकारी उन्हें सड़क से हटाने की योजना बना रहे थे। इस दौरान उन्हें मंडी के सामने स्थित दो फॉर्म हाउस में रोका गया। देर रात तक किसान नंबरदार फार्म हाउस और वंदना फार्म हाउस में डटे रहे। किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि वह सुबह छह बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगें। करीब एक घंटे तक डीएम-एसएसपी ने किया समझाने का प्रयास: फॉर्म हाउस में किसानों से मिलने डीएम रितु माहेश्वरी और एसएसपी वैभव कृष्ण पहुंचें। करीब एक घंटे तक दोनों ने किसानों से बंद कमरे में वार्ता की। इस दौरान डीएम ने किसानों को उनकी मांगों के संबंध में वार्ता करवाने का आश्वासन दिया। डीएम ने कहा कि जल्द ही सरकार के प्रतिनिधि उनसे वार्ता करेंगें। हालांकि किसान दिल्ली जाने पर अड़े रहे। मुख्यमंत्री से वार्ता रही विफल: किसानों को समझाने के लिए देर शाम गृहमंत्री राजनाथ ¨सह ने मिलने बुलाया था। हालांकि प्रशासन ने देर रात किसानों की वार्ता उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ करवाई। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया कि प्रधानमंत्री का कार्यक्रम व्यस्त हैं, ऐसे में वह अभी किसानों से नहीं मिल सकते। किसानों ने इसका विरोध किया और प्रधानमंत्री से मिलने की मांग रखी। मुख्यमंत्री ने किसानों को जल्द ही उनकी मांगों पर हल निकालने का प्रस्ताव दिया लेकिन किसान दिल्ली कूच करने की बात पर अड़े रहे। किसानों ने प्रधानमंत्री से मिले बिना लौटने से इंकार कर दिया। धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि सीएम उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं दे सके हैं। ऐसे में वह दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से ही अपना हक मांगेंगे।