टीकाकरण में शामिल होगा निमोनिया का टीका
निमोनिया से बचाव के लिए अब जिले में भी सरकारी स्तर पर बच्चों को पीवीसी (न्यूमोकॉकल कंजूगेट वैक्सीन) का टीका लगाया जाएगा। प्रदेश के 56 जिलों में इस टीके की शुरूआत की जाएगी। इससे पहले सभी जिलों के प्रतिरक्षण अधिकारी समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों को लखनऊ में तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रदेश में पीवीसी टीकाकरण पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर चार जिलों में किया जा रहा था। अब जल्द ही यह वैक्सीन प्रदेश के 56 और जिलों में भी उपलब्ध होगी। शासन ने निमोनिया से होने वाली शिशु मृत्यु दर को रोकने के लिए बच्चों को न्यूमोकॉकल कंजूगेट वैक्सीन का टीकाकरण कराने का निर्णय लिया है। जिले के अस्पतालों में भी प्रत्येक वर्ष 700 से
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : निमोनिया से बचाव के लिए अब जिले में भी सरकारी स्तर पर बच्चों को पीवीसी (न्यूमोकॉकल कंजूगेट वैक्सीन) का टीका लगाया जाएगा। प्रदेश के 56 जिलों में इस टीके की शुरूआत की जाएगी। इससे पहले सभी जिलों के प्रतिरक्षण अधिकारी समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों को लखनऊ में तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रदेश में पीवीसी टीकाकरण पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर चार जिलों में किया जा रहा था। अब जल्द ही यह वैक्सीन प्रदेश के 56 और जिलों में भी उपलब्ध होगी।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. विश्राम सिंह ने बताया कि यूपी में चौथे फेज में 56 जिलों में निमोनिया से बचाव के लिए बच्चों को न्यूमोकॉकल वैक्सीन लगाई जाएगी। जिसमें गाजियाबाद जिला भी शामिल है। निमोनिया से बचाव के लिए बच्चों को इसकी तीन डोज दी जाएंगी। पहली डेढ़ माह में, दूसरी साढ़े तीन और तीसरी नौ से 12 माह के बीच में दी जाएगी। अभी तक बच्चों को निमोनिया से बचाव के लिए सरकारी स्तर पर कोई टीकाकरण नहीं था, ऐसे में केवल प्राइवेट अस्पतालों में ही इसका टीकाकरण किया जाता है, जो काफी महंगा है। टीकाकरण से पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी 18 से 20 मार्च तक लखनऊ में तीन दिवसीय प्रशिक्षण लेंगे। जिसमें टीकाकरण संबंधी जानकारी मुहैया कराई जाएगी। पिछले चार साल में निमोनिया के मरीज
वर्ष 2016 880
वर्ष 2017 1054
वर्ष 2018 1391
वर्ष 2019 1290