आधे घंटे तक एंबुलेंस के सामने होता रहा बवाल
संवाद सहयोगी मोदीनगर पटाखा फैक्टरी में आग से लेकर माहौल शांत होने तक पुलिस की सांसें
संवाद सहयोगी, मोदीनगर: पटाखा फैक्टरी में आग से लेकर माहौल शांत होने तक पुलिस की सांसें अटकी रहीं। माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया जब शवों को लेकर जा रही एंबुलेंस को पीड़ित स्वजन के साथ ग्रामीणों ने रोक लिया। हंगामा करते हुए स्वजन एवं ग्रामीण सड़क पर लेट गए। पुलिस ने कई बार गुस्साए लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग टस से मस नहीं हुए। आखिरकार डीएम ने मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख के मुआवजे की घोषणा की और पुलिस ने सख्ती अपनाई तब जाकर एंबुलेंस शवों को लेकर रवाना हो सकी।
पटाखा फैक्ट्री में आग लगने की सूचना जैसे ही पुलिस अफसरों के कानों तक पहुंची तो हड़कंप मच गया। मोदीनगर सहित मुरादनगर, निवाड़ी, भोजपुर, कविनगर, सिहानी गेट आदि थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। मृतक के स्वजन को एक लाख रुपये आर्थिक सहायता के तौर पर देने की घोषणा की
गई है तो ग्रामीण भड़क गए। ग्रामीणों ने लाशों को
लेकर जा रही एंबुलेंस को रोक लिया। मृतका मुनेश, बेबी के स्वजन एंबुलेंस
के सामने सड़क पर लेट गए। यह देख पुलिस अधिकारियों में अफरातफरी मच गई।
ग्रामीणों ने भाजपा विधायक डॉ. मंजू शिवाच, पूर्व राज्यसभा सदस्य नरेंद्र कश्यप सहित पुलिस अधिकारियों को घेर लिया। इस दौरान पुलिस और
जनप्रतिनिधियों ने गुस्साए ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया।
लेकिन, भड़के ग्रामीण शांत नहीं हुए। इस दौरान सख्ती से लेकर समझा बुझाने
की तमाम कोशिश की गई। ग्रामीण मृतकों के स्वजन को उचित मुआवजे की मांग करते रहे। अंत में जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पांडेय ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर मृतक के स्वजन को चार-चार लाख के मुआवजे की घोषणा की और पुलिस ने सख्ती बरती, तब जाकर एंबुलेंस पोस्टमॉर्टम हाउस के लिए रवाना हो सकी। लाशों से लदी एंबुलेंस रवाना होने के बाद पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली।