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बुल गार्ड लगे ट्रैक्टरों की बढ़ी संख्या, हुई जोर आजमाइश

अवनीश मिश्र साहिबाबाद कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर चल रहा किसानों का आंदोलन श्

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 10:42 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 10:42 PM (IST)
बुल गार्ड लगे ट्रैक्टरों की बढ़ी संख्या, हुई जोर आजमाइश
बुल गार्ड लगे ट्रैक्टरों की बढ़ी संख्या, हुई जोर आजमाइश

अवनीश मिश्र, साहिबाबाद: कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर चल रहा किसानों का आंदोलन शुक्रवार को भी जारी रहा। गणतंत्र दिवस की परेड की तैयारी जोरों पर है। बुल गार्ड यानी बंपर लगे ट्रैक्टरों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। युवाओं ने ट्रैक्टरों से जोर आजमाइश कर अपनी ताकत का अहसास कराया, हालांकि अब तक परेड की रूट तय नहीं हुई है।

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मृतक किसान के परिवार में खास जोश: जिला बागपत के ग्राम मौजिजाबाद नांगल भगवानपुर के रहने वाले किसान गलतान सिंह की एक जनवरी को आंदोलन स्थल पर मौत हो गई थी। उनके परिवार के सदस्य उन्हें शहीद बताकर अब भी आंदोलन में शामिल हैं। उनके बेटे मोनू पंवार बृहस्पतिवार की रात परिवार के सदस्यों के साथ बुल गार्ड लगे पांच टैक्टर लेकर यहां पहुंचे। उन्होंने बताया कि 10 ट्रैक्टरों के बुल गार्ड और तैयार कराए जा रहे हैं। यह सभी ट्रैक्टर 24 जनवरी यानी रविवार को यहां पहुंचेंगे। उनके साथ क्रांतिकारियों की झांकी भी आएगी।

कराया ताकत का अहसास: शुक्रवार को यूपी गेट पर फ्लाईओवर के नीचे युवा किसानों ने बुल गार्ड लगे ट्रैक्टरों से जोर आजमाइश की। उन्होंने दो ट्रैक्टरों की आपस में तेजी से टक्कर कराई। एक-दूसरे को पीछे की ओर धकेला। जोर आजमाइश कर उन्होंने पुलिस व प्रशासन को अपनी ताकत का अहसास कराया। उन्होंने बताया कि साढ़े तीन से चार कुंतल लोहे से बुल गार्ड तैयार किए गए हैं। बुल गार्ड लगे टैक्टरों से छह सौ से सात सौ तक वजन को धक्का देकर पीछे हटाया जा सकता है। इसे तैयार कराने में 45 से 70 हजार रुपये तक का खर्च आ रहा है।

बढ़ी रही संख्या: यूपी गेट पर सोमवार तक दो सौ ट्रैक्टर थे। उनमें से दो दर्जन ट्रैक्टरों में बुल गार्ड लगे थे। आंदोलन स्थल के बैरियर पर तैनात वालंटियरों ने बताया कि दो दिनों में यहां बुल गार्ड लगे 30-30 ट्रैक्टर आए हैं। अब बुल गार्ड लगे ट्रैक्टरों की संख्या करीब 85 हो गई है। यह संख्या आने वाले दिनों में बढ़ेगी। बिना बुल गार्ड लगे ट्रैक्टर गांव भेजे जा रहे हैं। बुल गार्ड लगवाकर उन्हें वापस लाया जाएगा।

तय नहीं है रूट: बुल गार्ड लगे ट्रैक्टर लेकर पहुंचे प्रवेश प्रधान ने बताया कि गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने की पूरी तैयारी की जा रही है। बुल गार्ड और तिरंगा झंडा की व्यवस्था भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अब तक रूट तय नहीं है। किसान नेताओं द्वारा जो भी रूट तय किया जाएगा और दिशा-निर्देश होगा, उसी के अनुसार परेड होगी। हमारे हक की लड़ाई के लिए पिता गलतान सिंह ने अपनी जान दे दी है। मैं उनकी लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाऊंगा।

-मोनू पंवार, किसान बुल गार्ड लगाकर ट्रैक्टर यहां लाया हूं। रविवार तक 10 ट्रैक्टर मेरे गांव से और आएंगे। उनके लिए बुल गार्ड तैयार कराए जा रहे हैं।

-जयदेव सिंह, किसान महत्वपूर्ण बातें एक नजर में :

- किसानों ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में होने वाले परेड में शामिल होने का एलान किया है।

- किसानों ने पुलिस के बैरिकेड तोड़ने के लिए बुल गार्ड लगे ट्रैक्टरों का प्रबंध किया है।

- बुल गार्ड साढ़े तीन से चार सौ कुंतल लोहे से तैयार किए गए हैं।

- बुल गार्ड तैयार करने में 45 से 70 हजार रुपये खर्च हो रहे हैं।

- बुल गार्ड लगे ट्रैक्टरों से छह सौ से सात सौ कुंतल तक के बैरिकेड को तोड़ा जा सकता है।


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