विकास कार्यो में आ रहीं बाधाओं को दूर करने के दिए निर्देश
जागरण संवाददाता गाजियाबाद केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग के राज्यमंत्री जनरल विजय कुमा
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग के राज्यमंत्री जनरल विजय कुमार सिंह ने शुक्रवार को गाजियाबाद में चल रहे विकास कार्यो की समीक्षा एवं बाधाओं को दूर करने के लिए खास बैठक दिल्ली में आयोजित की। मंत्रालय सभागार में आयोजित इस बैठक में मुख्य रूप से एनएचएआइ, डीएमआरसी, बिजली विभाग, जीडीए, लोक निर्माण विभाग और नगर पालिका परिषद लोनी के अफसरों को बुलाया गया था। केंद्रीय राज्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह के भीतर आ रहीं अड़चनों को आपस में बैठकर दूर करते हुए विकास कार्यो को आगे बढ़ाया जाये। उन्होंने अगले सप्ताह फिर से बैठक बुलाने को कहा है। गाजियाबाद व लोनी क्षेत्र के विकास को लेकर चल रहीं योजनाओं को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
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पांच बिदुओं पर हुई चर्चा
बैठक में मुख्य रूप से लोनी तिराहे पर जर्जर हो चले मार्ग को ठीक करने को लेकर वार्ता हुई। एनएचएआइ के अफसरों ने बताया कि जीडीए द्वारा बनाई गई सड़क का लेवल नीचे हैं और उनकी सड़क का लेवल ऊंचा है। ऐसे में सड़क बनने के बाद भी बेकार हो जाएगी। इस पर जीडीए वीसी कृष्णा करूणेश ने आश्वस्त किया कि जैसा एनएचएआइ की डिमांड है उसी के अनुरूप सड़क का लेवल कर दिया जाएगा। विद्युत पोल एवं लाइन हटाने का अनुरोध
एनएचएआइ ने लोनी के अलावा मोदीनगर, मुरादनगर में आ रहीं विद्युत लाइनों को शिफ्ट करने एवं पोल हटाने का अनुरोध किया। केंद्रीय राज्यमंत्री ने बिजली विभाग के अफसरों को जल्द ही पोल हटाने और लाइनों को शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं। दो रूटों पर मेट्रो चलाने का प्लान
बैठक में वैशाली से नोएडा सेक्टर-62 तक मेट्रो संचालन की बात हुई। साथ ही वैशाली से मोहननगर के रूट पर भी चर्चा हुई। केंद्रीय राज्यमंत्री को जीडीए वीसी ने बताया कि पूर्व में डीपीआर बनी है लेकिन बजट के अभाव में प्रोजेक्ट होल्ड पर है। जीडीए वीसी ने छह महीने की मोहलत मांगी है। उनका कहना है कि प्राधिकरण की आय बढ़ाने के बाद दोनों रूटों पर मेट्रो संचालन पर विचार होगा।
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लोनी की गंदगी हटाने पर चर्चा
बैठक में लोनी की 3,700 डेयरियों को हटाने को लेकर चर्चा हुई। नगर पालिका लोनी की अधिशासी अधिकारी ने बताया कि नालियों में गोबर भरने से पानी सड़कों पर फैल जाता है। इससे सड़क नष्ट होने लगती है। सफाई तो होती ही नहीं है। इस पर केंद्रीय राज्यमंत्री ने उदाहरण दिया कि महाराष्ट्र में जाकर सीख आओ। वहां पर गोबर का उपयोग करके सालाना करोड़ों की कमाई होती है।
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दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की दूर होंगी अड़चनें
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण में चिपियाना आरओबी और डासना आरओबी निर्माण कार्य अटका हुआ है। रेलवे द्वारा सहयोग न करने से काम लंबित है। एनएचएआइ के परियोजना निदेशक मुदित गर्ग ने केंद्रीय राज्यमंत्री के समक्ष समस्या उठाई तो उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही समाधान हो जाएगा। एनएचएआइ की मंशा है कि एक्सप्रेस-वे को जनवरी के अंत तक या फिर फरवरी के शुरू में चालू कर दिया जाये।