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करीबी बन दो लोगों से 72 हजार की ठगी

प्रताप विहार निवासी प्रमोद कुमार ने बताया कि रविवार दोपहर बाद उन्हें अनजान नंबर से फोन आया। कॉलर ने उनके एक रिश्तेदार के रूप में परिचय कराया और कहा कि मैं तुम्हारे खाते में पैसे भेज रहा हूं। साथ ही एक फोन-पे का खाता भी भेजा। कहा कि उक्त पैसे इस फोन-पे खाते में ट्रांसफर कर दो।

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Jun 2020 06:36 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jun 2020 06:36 PM (IST)
करीबी बन दो लोगों से 72 हजार की ठगी
करीबी बन दो लोगों से 72 हजार की ठगी

जासं, गाजियाबाद : खुद को रिश्तेदार बता जालसाजों ने दो लोगों से 72 हजार रुपये ठग लिए। पीड़ितों की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

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प्रताप विहार निवासी प्रमोद कुमार ने बताया कि रविवार दोपहर बाद उन्हें अनजान नंबर से फोन आया। कॉलर ने उनके एक रिश्तेदार के रूप में परिचय कराया और कहा कि वह खाते में पैसे भेज रहा है। साथ ही एक फोन-पे का खाता भी भेजा। कहा कि उक्त पैसे इस फोन-पे खाते में ट्रांसफर कर दो। झांसे में आकर प्रमोद ने पांच बार में 47 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। आरोपित ने उनके खाते की डिटेल्स मांगी तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ। चेक किया तो आरोपित ने कोई भी रकम उन्हें नहीं भेजी थी।

इसी तरह, राजनगर एक्सटेंशन की अजनारा इंटेग्रिटी सोसायटी में रहने वाले अमिताभ तिवारी ने बताया कि शनिवार को उनके पिता दयानंद तिवारी को एक कॉल आई। कॉलर ने रिश्तेदार बता काफी देर तक पिता से बात की और फिर उनसे 25 हजार रुपये फोन-पे के जरिए मांगे। दयानंद ट्रांजेक्शन नहीं कर पाए तो आरोपित ने अमिताभ से बात की। पिता के कहने के चलते विश्वास कर अमिताभ ने अपने खाते से आरोपित को 25 हजार रुपये भेज दिए। बाद में पता चला कि कॉलर उनका रिश्तेदार नहीं था।


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