फिर गरजा जीडीए का बुलडोजर, तीन इमारतें ध्वस्त
जीडीए ने बृहस्पतिवार को तीन अवैध इमारतों को ध्वस्त किया। बाकी जगहों पर पुलिस बल न मिलने के कारण कार्रवाई नहीं हो सकी। इस महीने में 52 अवैध इमारतें ध्वस्त की जा चुकी हैं। जीडीए ओएसडी वीके ¨सह ने बताया कि प्रवर्तन जोन-दो के अंतर्गत गांव अबूपुर में अवैध कॉलोनी में बने अवैध निर्माण तोड़े गए। यहां सड़क बन चुकी थी। उसे भी जेसीबी से तोड़ दिया गया। साहिबाबाद थाना क्षेत्र में लाजपतनगर में छत पर बने दो अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए।
जासं, गाजियाबाद : जीडीए ने बृहस्पतिवार को तीन अवैध इमारतों को ध्वस्त किया। बाकी जगहों पर पुलिस बल न मिलने के कारण कार्रवाई नहीं हो सकी। इस महीने में 52 अवैध इमारतें ध्वस्त की जा चुकी हैं।
जीडीए ओएसडी वीके ¨सह ने बताया कि प्रवर्तन जोन-दो के अंतर्गत गांव अबूपुर में अवैध कॉलोनी में बने अवैध निर्माण तोड़े गए। यहां सड़क बन चुकी थी। उसे भी जेसीबी से तोड़ दिया गया। साहिबाबाद थाना क्षेत्र में लाजपतनगर में छत पर बने दो अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए। पुलिस बल न मिलने के कारण कविनगर, विजयनगर, इंदिरापुरम, ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि 52 अवैध निर्माण अब तक ध्वस्त किए जा चुके हैं। आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी। किसी को कोई रियायत नहीं दी जाएगी।
नपेंगे अफसर और इंजीनियर
अवैध निर्माण होने पर अब जीडीए के अफसर और इंजीनियर नपेंगे। कई मामलों में देखने में आया है कि स्वीकृत नक्शे के विपरीत निर्माण हो जाता है। प्रवर्तन टीम के इंजीनियर उस पर नजर नहीं रखते। अब यह लापरवाही नहीं चलेगी। जीडीए में उपाध्यक्ष ने साफ कर दिया है कि जिन प्रवर्तन जोन में नक्शे के विपरीत या नक्शे के बिना निर्माण हुआ तो संबंधित अधिकारी और इंजीनियर पर कार्रवाई होगी।