पुलिस उलझी तो लीना ने सुलझाई विद्युतकर्मी की हत्या की गुत्थी, तीन गिरफ्तार
थाना मसूरी क्षेत्र में 31 मई की रात संविदा पर तैनात विद्युतकर्मी विवेक की हत्या के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। रोडरेज के बाद की गई हत्या में पुलिस बुरी तरह उलझ गई थी। स्वजनों ने जिन चार लड़कों के खिलाफ केस दर्ज कराया था पुलिस को उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिल रहा था। ऐसे में इस ब्लाइंड केस का पर्दाफाश पुलिस ने डॉग स्क्वॉयड की ट्रैकर लीना की मदद से किया। इसकी वजह से नामजद कराए गए युवक भी बच गए। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने मसूरी पुलिस को 10 हजार रुपये दिए और लीना को पुरस्कार के रूप में पट्टा गद्दा व जरूरत के अन्य सामान बिल्कुल नए मुहैय्या कराए।
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- डॉग स्क्वॉयड की ट्रैकर लीना को एसएसपी ने दिया नया पट्टा, गद्दा व अन्य सामान जासं, गाजियाबाद: थाना मसूरी क्षेत्र में 31 मई की रात संविदा पर तैनात विद्युतकर्मी विवेक की हत्या के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। रोडरेज के बाद की गई हत्या में पुलिस बुरी तरह उलझ गई थी। स्वजनों ने जिन चार लड़कों के खिलाफ केस दर्ज कराया था, पुलिस को उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिल रहा था। ऐसे में इस ब्लाइंड केस का पर्दाफाश पुलिस ने डॉग स्क्वॉयड की ट्रैकर लीना की मदद से किया। इसकी वजह से नामजद कराए गए युवक भी बच गए। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने मसूरी पुलिस को 10 हजार रुपये दिए और लीना को पुरस्कार के रूप में पट्टा, गद्दा व जरूरत के अन्य सामान बिल्कुल नए मुहैया कराए।
एसपी देहात नीरज कुमार जादौन ने बताया कि झुंडपुरा निवासी मोहसिन उर्फ कौव्वा, ननकागढ़ी निवासी आदिल और मोहल्ला बाजीगरान निवासी सलमान उर्फ लीलू को गिरफ्तार किया गया है। इनसे विवेक का मोबाइल और लंच बॉक्स मिला है। पुलिस के मुताबिक 31 मई की रात घर लौटते समय आरोपितों की गाड़ी से विवेक की बाइक की टक्कर हो गई। इसके बाद आरोपित उसका मोबाइल लूटकर भागने लगे। पीछा करने पर पहले मारपीट की और फिर खेत में ले जाकर हत्या कर दी। मधुबन-बापूधाम बिजलीघर पर तैनात कुशलिया निवासी विवेक का शव एक जून की दोपहर बाद सिकरोड़ा गांव के खेत में मिला था। हत्या बेल्ट से गला घोंटकर की गई थी, जिसमें पिता राजेंद्र ने सहकर्मी जब्बार के अलावा लोकेश, अनिल व चंद्रभान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि 31 मई रात जब्बार ने पहले विवेक का एक्सिडेंट होने और फिर झगड़ा होने की बात कह जल्द ही घर पहुंचने का आश्वासन दिया था। डॉग स्क्वॉयड को घटनास्थल पर लाया गया। ट्रैकर लीना घटनास्थल से सूंघते-सूंघते एक किमी से अधिक दूर तक दौड़ी और एक प्राइमरी स्कूल के गेट पर पंजे मारने लगी। पुलिस ने इस पर ध्यान नहीं दिया, क्योंकि स्कूल लॉकडाउन के चलते मार्च से ही बंद था।
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ऐसे मिला सुराग
नामजद आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन उनके खिलाफ कोई भी साक्ष्य नहीं मिल पाया। ऐसे में पुलिस ने दुबारा लीना के संकेत पर ध्यान दिया। एसपी देहात ने बताया कि लीना ने जिस स्कूल के गेट पर पंजे मारे थे, उसके बगल वाला घर मोहसिन उर्फ कौव्वा का है। मोहसिन का इतिहास खंगाला तो वह पेशेवर अपराधी निकला। मोहसिन के खिलाफ गोवध व पशु क्रूरता अधिनियम, वाहन चोरी और आर्म्स एक्ट के 15 केस दर्ज थे। पता किया तो मोहसिन हत्या के बाद से ही फरार था। छानबीन के बाद पता चला कि मोहसिन आदिल और लीलू के साथ अक्सर स्कूल के आगे बैठा रहता था। मुखबिर की सूचना और सर्विलांस से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने तीनों को बृहस्पतिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया।