फर्जी नियुक्ति पत्र मामले में पीड़ित ने खड़ा किया हंगामा
फर्जी नियुक्ति पत्र मामले में पीड़ित ने सोमवार को नगर निगम में हंगामा खड़ा कर दिया। उसने एक व्यक्ति को पान की दुकान से पकड़ कर अपर नगर आयुक्त के समक्ष पेश किया। आरोप लगाया कि इस व्यक्ति ने उससे नौकरी लगवाने के लिए 70 हजार रुपये एडवांस लिए थे। पीड़ित ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। अपर नगर आयुक्त शिवपूजन यादव ने बताया कि पीड़ित के बयान लेकर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : फर्जी नियुक्ति पत्र मामले में पीड़ित ने सोमवार को नगर निगम में हंगामा खड़ा कर दिया। उसने एक व्यक्ति को पान की दुकान से पकड़ कर अपर नगर आयुक्त के समक्ष पेश किया। आरोप लगाया कि इस व्यक्ति ने उससे नौकरी लगवाने के लिए 70 हजार रुपये एडवांस लिए थे। पीड़ित ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। अपर नगर आयुक्त शिवपूजन यादव ने बताया कि पीड़ित के बयान लेकर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
नगर निगम में सीएलसी (सिटी लाइवलीहुड सेंटर) के नाम पर फर्जी नियुक्ति का खेल सामने आया था। बुलंदशहर के ग्राम नूरपुर की मढैया निवासी किरणपाल को फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किया गया था। उसमें किसी पद का नाम नहीं खोला गया था। बताया था कि 20 दिन में ज्वाइन कराया जाएगा। सोमवार को पीड़ित किरणपाल इस मामले में शिकायत करने नगर निगम पहुंच गया। उसे मालूम हुआ कि आरोपित निगम के बाहर किसी पान के खोखे पर खड़ा है। पीड़ित और उसके साथ आए लोग आरोपित को वहां से पकड़ लाए। वह आरोपित को पकड़ कर अधिकारियों के समक्ष ले जा रहे थे। इतने में अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार और अपर नगर आयुक्त शिवपूजन यादव पीड़ित का नीचे ही मिल गए। उसने आरोपित को उनके समक्ष पेश कर दिया। फिर पूरी आप बीती सुनवाई। पीड़ित ने बताया कि आरोपित ने उससे सीएलसी के माध्यम से नौकरी लगवाने के लिए 3.50 लाख रुपये मांगे थे। 70 हजार रुपये उसे एडवांस लिए थे। फर्जी नियुक्ति पत्र डाक से भेज कर बाकी के पैसे मांग रहा था यह भी बताया कि आरोपित खुद को नगर निगम का कर्मचारी बताता है। रोजाना यहीं घूमता दिखाई देता है। अपर नगर आयुक्त शिवपूजन यादव ने इस मामले में जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के परियोजना अधिकारी पवन कुमार शर्मा को फोन किया। निर्देश दिया कि इस मामले में पीड़ित की शिकायत के आधार पर कार्रवाई करें। पीड़ित को आरोपित के साथ डूडा कार्यालय जाने को कहा। दोनों ही पक्ष ऊपर उलझने लगे। निगम परिसर के बेसमेंट में डूडा कार्यालय नहीं पहुंचे। अपर नगर आयुक्त शिवपूजन यादव ने बताया कि वह पीड़ित को बुलाएंगे। उसका बयान लेंगे। उसके बाद आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। यह भी बताया कि आरोपित निगम में कर्मचारी नहीं है।