10 लाख से बड़े बकायेदार 19 उद्योगों को आरसी जारी
वित्तीय वर्ष के आखिर में विद्युत वितरण निगम ने बड़े बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी क्रम में 10 लाख से अधिक बकायेदार 19 औद्योगिक इकाईयों को आरसी जारी की गई है। इनमें हिद फूड व सुप्रीम सेरामिक्स दो उद्योगों पर विभाग की करीब पांच करोड़ की देनदारी है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : वित्तीय वर्ष के आखिर में विद्युत वितरण निगम ने बड़े बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी क्रम में 10 लाख से अधिक बकायेदार 19 औद्योगिक इकाइयों को आरसी जारी की गई है। इनमें हिद फूड व सुप्रीम सेरामिक्स दो उद्योगों पर विभाग की करीब पांच करोड़ की देनदारी है।
करोड़ों रुपये की बिजली फूंक देने के बाद डेढ़ दर्जन से अधिक औद्योगिक इकाइयों ने सरकार को ठेंगा दिखा दिया। इन इकाइयों में एलॉयज, स्टील, इंजीनियरिग वर्क्स, फोर्जिंग, फूड इंडस्ट्रीज, रिलायंस जियो इंफोकॉम, कोल्ड स्टोरेज आदि शामिल हैं। शहर व गांवों की बिजली काटकर सप्लाई सुचारू रखने का नतीजा है कि अकेले 19 उद्योगों ने बिजली का साढ़े नौ करोड़ से अधिक बिल नहीं दिया। हालांकि बकायेदार उद्योगों की फेहरिस्त काफी लंबी है। यह सिर्फ वो औद्योगिक इकाईयां है, जिन पर 10 लाख से अधिक का बकाया है। इन 10 लाख रुपये से ज्यादा के बकायेदारों में हिद फूड इंडस्ट्रीज पर दो करोड़ 99 लाख 29 हजार का बकाया है, जबकि सुप्रीम केरामिक्स पर करीब दो करोड़ रुपये की देनदारी है। साल के आखिर में अब इन उद्योगों के खिलाफ विद्युत निगम की ओर से आरसी जारी करते हुए वसूली के लिए गेंद प्रशासन के पाले में ड़ाली गई है। नाम बकाया लाख में
मै. हिद फूड इंड. लि. 299.29
सुप्रीम एलॉयज प्रा. लि. 198.89
डीवीएस स्टील एंड एलॉयज 79.85
टीएस इंजी. वर्क्स 63.12
मै. राजेश कुमार शर्मा 37.89
मै. श्याम फोर्जिन प्रा. लि. 35.65
सुप्रीम सेरामिक प्रा. लि. 34.63
टीएस इंजी. वर्क्स 32.57
योगेश सन ऑफ दिनेश 29.96
मै. इम्तजाज 24.80
मै. रिलायंस जियो इंफो लि. 19.80
मै. वाइनेक्स इंपेक्स प्रा. लि. 15.43
मै. देवेंद्र सिंह चावला 13.94
मै. देशराज 13.32
सौम्या कोल्ड स्टोर्स प्रा. लि. 13.29
योगेश रेजीडेंट डीएलएफ 13.08
मै. प्रवीन शर्मा 12.71
यशपाल 11.79
मै. इस्तकार 10.07
कुल योग नौ करोड़ 56 लाख
बकायेदारों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने के साथ ही उनसे बकाये की वसूली की जा रही है। बड़े बकायेदारों की आरसी काटने की कार्रवाई जारी है।
- आरके राणा, चीफ इंजीनियर