सम-विषम नियम का पहला दिन, कार पूल कर दफ्तर पहुंचे लोग
सम-विषम नियम लागू होने के पहले दिन लोग कार पूलिग सार्वजनिक परिवहन व कैब से गंतव्य तक पहुंचे। वहीं कुछ लोगों को बार्डर पर ही दिल्ली पुलिस ने सम तारीख पर विषम नंबर की कार लेकर जा रहे लोगों को रोक लिया। लोग पार्किंग में कार खड़ी कर मेट्रो से गंतव्य तक पहुंचे। मेट्रो में सुबह शाम भयंकर भीड़ रही। वहीं पार्किंग भी खचाखच भरी रहीं।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
दिल्ली में सम-विषम नियम लागू होने के पहले दिन सोमवार को ट्रांस हिडन के लोगों को कुछ परेशानी उठानी पड़ी। लोग कार पूलिग, सार्वजनिक परिवहन व कैब से गंतव्य तक पहुंचे। सम नंबर की कार का दिन होने के चलते कुछ लोगों की विषम नंबर की कार को बार्डर पर ही दिल्ली पुलिस ने रोक लिया। लोग पार्किंग में कार खड़ी कर मेट्रो से गंतव्य तक पहुंचे। इससे मेट्रो स्टेशनों की पार्किंग भी खचाखच भरी रही।
ट्रांस हिडन के लोग सम-विषम नियम का पालन करते हुए सोमवार को दिल्ली पहुंचे। लोगों ने पहले से ही कार पूलिग की प्लानिग कर रखी थी। जिन लोगों की व्यवस्था नहीं बन सकी, वह मेट्रो से सफर कर दफ्तर पहुंचे। वहीं, सोमवार सुबह से ही दिल्ली से सटे यूपी गेट, महाराजपुर बार्डर, सीमा बार्डर भोपुरा बार्डर समेत अन्य मार्गो पर दिल्ली पुलिस तैनात रही। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को चार नवंबर के दिन जिन कार के नंबर का आखिरी अंक सम नंबर (शून्य, दो, चार, छह और आठ) था, उन्ही कारों को दिल्ली में जाने दिया। विषम नंबर (एक, तीन, पांच, सात और नौ) की गाड़ियों को रोक दिया गया। पांच नवंबर को विषम नंबर की कारें दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगी।
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पार्किंग व मेट्रो में रही भीड़ :
सम-विषम नियम होने पर सोमवार को पार्किंग व मेट्रो में भीड़ बढ़ गई। सुबह और शाम मेट्रो में काफी भीड़ रही। लोगों को मेट्रो में खड़े होने में भी परेशानी हुई। लोग एक बार में मेट्रो में अंदर नहीं घुस सके। दूसरी मेट्रो आने के बाद गंतव्य तक पहुंचे। वहीं, कार से दिल्ली जाने वाले लोगों ने पार्किंग में कार खड़ी की और मेट्रो से दिल्ली गए।
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मोटरसाइकिल से दफ्तर गए दंपती : इंदिरापुरम के शिप्रा सनसिटी में रहने वाले दंपती दिल्ली में केंद्र सरकार के अधीन सरकारी नौकरी करते हैं। नाम न छापने की शर्त पर उन्होंने बताया कि उनके पास दो कार हैं लेकिन विषम नंबर की। उनकी कमर में दर्द है। मेट्रो में सीट नहीं मिलती ऐसे में उन्हें मजबूरी में पत्नी को लेकर मोटरसाइकिल पर दफ्तर जाना पड़ा। वह एक दिन मोटरसाइकिल से और दूसरे दिन अपनी कार से दफ्तर जाएंगे।
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कैब की बढ़ी मांग : दिल्ली में सम-विषम नियम लागू होने के बाद सोमवार को ट्रांस हिडन में कैब की मांग बढ़ गई। बाइक कैब चलाने वाले रोहन मिश्रा ने बताया कि सोमवार को दिल्ली जाने के लिए उन्हें कई बुकिग मिलीं। वहीं, कैब चालक राजेश का कहना है कि सम विषम नियम लागू होने से बुकिग ज्यादा मिल रही है। वहीं, इंदिरापुरम के शक्ति खंड तीन निवासी कौशल शर्मा का कहना है कि कैब कंपनियों ने किराये में बढ़ोत्तरी भी की है।
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सीएनजी कार पर रोक क्यों : शालीमार गार्डन निवासी निशांत का कहना है कि उनके पास सीएनजी कार है। दिल्ली सरकार ने सीएनजी कार पर भी सम-विषम नियम लागू कर दिया है। ऐसे में सीएनजी कार लेने का कोई फायदा नहीं हुआ। सीएनजी कार पर छूट देनी चाहिए थी, जबकि सीएनजी कार कम प्रदूषण फैलाती है। परिचर्चा : सम विषम नियम लागू होने के बारे में जानकारी नहीं थी। बिजनौर से अपने कार लेकर महाराजपुर बार्डर पर पहुंचा तो दिल्ली पुलिस ने रोक दिया। एक रिश्तेदार को बुलाना पड़ा, उनकी कार से दिल्ली गया। - शादाब निवासी बिजनौर दिल्ली में प्रवेश से पहले ही कौशांबी के पास दिल्ली पुलिस ने रोक लिया, क्योंकि कार विषम नंबर की थी। ऐसे में वापस कौशांबी मेट्रो स्टेशन पर पहुंचा। वहां पर कार खड़ी करने के बाद मेट्रो से गंतव्य तक गया। - सुरेंद्र कुमार निवासी इंदिरापुरम सम-विषम नियम लागू होने पर किसी के साथ कार पूलिग नहीं हो सकी। ऐसे में कार से वैशाली मेट्रो स्टेशन पहुंचा। यहां पर कार खड़ी कर दिल्ली के प्रीत विहार स्थित दफ्तर पहुंचा। वापसी में कार लेकर घर गया।- अजय शर्मा, निवासी वैशाली मुझे गुड़गांव अपने दफ्तर जाना होता है। सोमवार को अपनी कार से दफ्तर गया। साथ में दिल्ली में नौकरी करने वाले अपने एक दोस्त को भी ले गया। अगले दिन दोस्त की कार से दिल्ली तक जाऊंगा, उसके बाद मेट्रो से गुड़गांव तक।
- रोचक विश्नोई, निवासी शालीमार गार्डन एक्सटेंशन- दो