जेब में था डेबिट कार्ड, खाते से निकल गए 31 हजार
इंदिरापुरम के ज्ञानखंड-चार निवासी एक व्यक्ति के खाते से दो बार में साइबर ठगों ने 31 हजार रुपये निकाल लिए जबकि पीड़ित का डेबिट कार्ड उनकी जेब में था। उन्होंने बैंक में शिकायत देने के साथ इंदिरापुरम थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जासं, साहिबाबाद : इंदिरापुरम के ज्ञान खंड-चार निवासी एक व्यक्ति के खाते से दो बार में साइबर ठगों ने 31 हजार रुपये निकाल लिए, जबकि पीड़ित का डेबिट कार्ड उनकी जेब में था। उन्होंने बैंक में शिकायत देने के साथ इंदिरापुरम थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
संदीप दुबे नोएडा स्थित बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत हैं। वह इंदिरापुरम के ज्ञान खंड-चार में परिवार के साथ रहते हैं। बीती रविवार देर शाम उनके मोबाइल पर खाते से दो बार में 20 और 11 हजार निकलने के दो मैसेज आए। उन्होंने देखा तो उनका डेबिट कार्ड उनकी जेब में था। संजय ने बताया कि उन्होंने तुरंत बैंक अधिकारी को कॉल कर अपना डेबिट कार्ड बंद करा दिया। बैंक अधिकारियों से उन्हें पता चला कि कार्ड क्लोन कर खाते से पैसे निकाले गए हैं। उन्होंने सोमवार शाम इंदिरापुरम थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। इंदिरापुरम थाना प्रभारी निरीक्षक संदीप कुमार सिंह का कहना है कि मामले की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
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कैसे करते हैं कार्ड क्लोन:
ठग एटीम मशीन में एक स्कीमर लगा देते हैं, जो डेबिट कार्ड को स्वाइप करने के दौरान डाटा कॉपी कर लेता है। साथ ही ठग एटीएम मशीन के नंबरों वाले पैड के ऊपर एक कैमरा लगा देते हैं। जब डेबिट कार्ड का पिन नंबर डाला जाता है, तो कैमरे में पिन नंबर कैद कर हो जाता है। इसके बाद साइबर कंप्यूटर के जरिए खाली कार्ड पर डाटा डालकर दूसरा क्लोन कार्ड तैयार कर लेते हैं।
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बरतें सावधानी :
- जिस एटीएम बूथ पर सुरक्षा गार्ड तैनात हो वहां से रुपये निकालें
- मशीन में पिन नंबर डालते समय ऊपर से दूसरा हाथ लगा ले, जिससे किसी कैमरे में नंबर न कैद हो
- खाते से रुपये निकालने की सीमा कम रखें, एसएमएस अलर्ट जरूर लगाएं
- किसी को भी अपने डेबिट कार्ड की कोई जानकारी न दें
- किसी भी तरह से खाते से गलत ट्रांजेक्शन होने पर तुरंत बैंक के कस्टमर केयर से संपर्क करें