बच्चे बोले-डीएम अंकल कर दो छुट्टी, प्रदूषण करता है परेशान
बच्चे बोले डीएम अंकल कर दो छुट्टी प्रदूषण करता है परेशानबच्चे बोले डीएम अंकल कर दो छुट्टी प्रदूषण करता है परेशानबच्चे बोले डीएम अंकल कर दो छुट्टी प्रदूषण करता है परेशानबच्चे बोले डीएम अंकल कर दो छुट्टी प्रदूषण करता है परेशानबच्चे बोले डीएम अंकल कर दो छुट्टी प्रदूषण करता है परेशानबच्चे बोले डीएम अंकल कर दो छुट्टी प्रदूषण करता है परेशानबच्चे बोले डीएम अंकल कर दो छुट्टी प्रदूषण करता है परेशानबच्चे बोले डीएम अंकल कर दो छुट्टी प्रदूषण करता है परेशान
जागरण संवाददाता, वसुंधरा (गाजियाबाद) : गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब स्थिति में होने के बावजूद भी स्कूली बच्चों को इससे राहत नहीं मिल रही है। प्रदूषण का प्रकोप इस कदर है कि बच्चे ना तो बिना मॉस्क लगाए स्कूल जा सकते हैं और ना ही खेल के मैदान में बिना किसी सुरक्षा उपाय के जा सकते हैं। साथ ही उन्हें आंखों में जलन, खांसी, सांस लेने में तकलीफ और परेशान करती है।
वैशाली में रहने वाली रंजना ने ट्वीट कर जिलाधिकारी से जल्द से जल्द छुट्टी कराने की मांग की है। वहीं वसुंधरा में रहने वाले नरेश का कहना है कि प्रदूषण का स्तर इस कदर हावी हो गया है कि ना बच्चे खुले में बैठ सकते हैं और ना खेल के मैदान में आ जा सकते हैं। शुक्रवार को वसुंधरा स्थित विद्या बाल भवन स्कूल में स्केटिग की तैयारी करने वाले छात्रों को मॉस्क लगाकर अभ्यास करते देखा गया है। वहीं स्कूल आते-जाते विद्यार्थियों को मॉस्क और रुमाल लगाए देखा जा सकता है। बच्चों को बांटे मॉस्क :
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ भाजपा की क्षेत्रीय टीम ने शुक्रवार को साहिबाबाद जोन के स्कूलों पर पहुंचकर बच्चों को मॉस्क बांटे। इस पर स्कूल के बाहर पहुंचकर रूबी अग्रवाल की टीम ने पहले बच्चों को प्रदूषण से होने वाले नुकसान के बारे में जागरुक किया। इसके बाद बच्चों को फेस मॉस्क बांटे और उन्हें इसे पहनने का भी सही तरीका बताया। टीम के सदस्यों ने बताया कि प्रदूषण दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में बच्चे स्कूल तो जा रहे हैं लेकिन उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सभी की है। साथ ही टीम ने घर घर जाकर भी प्रदूषण से बचने के उपाय बताए है। प्रदूषण को लेकर प्रशासन सतर्क है। लगातार प्रदूषण के स्तर की निगरानी की जा रही है। साथ ही प्रदूषण को कम करने का प्रयास भी किया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर स्कूलों की छुट्टी के संबंध में आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे ।
- अजय शंकर पांडेय, जिलाधिकारी, गाजियाबाद