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बाइक सवार को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित हुई थी बस

जागरण संवाददाता गाजियाबाद सिहानी गेट थाना क्षेत्र में भाटिया मोड़ आरओबी पर बुधवार रात हुए हादसे में पुलिस ने बस चालक के खिलाफ तेज और लापरवाही से वाहन चलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं बस चालक का कहना है कि सामने चल रहे एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में उसे अचानक ब्रेक लगाने पड़े और बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर को तोड़ते हुए नीचे गिरी। पुलिस इस मामले की पड़ताल में जुटी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Oct 2021 09:13 PM (IST)Updated: Thu, 14 Oct 2021 09:13 PM (IST)
बाइक सवार को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित हुई थी बस
बाइक सवार को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित हुई थी बस

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सिहानी गेट थाना क्षेत्र में भाटिया मोड़ आरओबी पर बुधवार रात हुए हादसे में पुलिस ने बस चालक के खिलाफ तेज और लापरवाही से वाहन चलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं बस चालक का कहना है कि सामने चल रहे एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में उसे अचानक ब्रेक लगाने पड़े और बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर को तोड़ते हुए नीचे गिरी। पुलिस इस मामले की पड़ताल में जुटी है। आठ लोगों को कंपनी से लेकर चला था चालक : बस चालक महेंद्र ने पुलिस को बताया है कि वह ग्रेटर नोएडा स्थित कंपनी से आठ लोगों को बस में लेकर चला था। तीन लोगों को रास्ते में उतारने के बाद बस में पांच सवारी थीं। इन सभी को गाजियाबाद छोड़ना था। भाटिया मोड़ आरओबी पर बस के आगे चल रहे एक बाइक सवार ने अचानक से ब्रेक लगा दी। महेंद्र ने बस रोकी और वह अनियंत्रित हो गई। वह कुछ समझता उससे पहले ही वह आरओबी से नीचे गिर गई। महेंद्र की रीढ़ की हड्डी में चोट है और फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती है। मृतक बाइक सवार की हुई पहचान: सिहानी गेट थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर ने बताया कि मृतक बाइक सवार की पहचान ग्रेटर नोएडा के छपरौला स्थित गिरधरपुर एन्क्लेव निवासी बृजेश कुमार पांडेय (31) पुत्र कल्पनाथ पांडेय के रूप में हुई है। मूलरूप से अमेठी के गौरीगंज निवासी बृजेश गुरुग्राम की एक निजी डिजाइनिग कंपनी में इंजीनियर थे। घायलों में गोविदपुरम निवासी सुनील पुत्र हरिहर, शास्त्रीनगर निवासी योगेश कुमार गर्ग पुत्र सुरेश चंद गर्ग, बस चालक नोएडा सलारपुर निवासी महेंद्र, राजनगर एक्सटेंशन निवासी कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर दीपक और आसिफ समेत अन्य हैं। इनमें महेंद्र व सुनील की हालत अस्पताल में गंभीर बनी हुई है। घर नहीं पहुंचने पर स्वजन ने की तलाश, तो हुई पहचान : हादसे में बृजेश का मोबाइल फोन भी बस की चपेट में आकर चकनाचूर हो गया। इससे उनकी शिनाख्त में परेशानी आ रही थी। देर रात तक घर नहीं पहुंचने पर स्वजन को चिता हुई और उन्होंने उनकी खोजबीन शुरू की। हादसे की जानकारी के बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया और अस्पताल में शव देखकर बृजेश के रूप में शिनाख्त की। स्वजन के अनुसार, बृजेश न्यू बस अड्डा मेट्रो स्टेशन से आते-जाते थे। बुधवार को भी वह मेट्रो स्टेशन से बाइक से घर जाने के लिए निकले और हादसे का शिकार हो गए।

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परिवार में सबसे छोटे थे बृजेश : बृजेश के बड़े भाई अशोक ने बताया कि वह परिवार में सबसे छोटे थे। गिरधरपुर में उनका संयुक्त परिवार है। यहां पिता कल्पनाथ पांडेय, अशोक पांडेय व बृजेश का परिवार रहता है। कल्पनाथ पांडेय उत्तर प्रदेश सेतु निगम से रिटायर हैं, जबकि अशोक की लाकडाउन के दौरान नौकरी छूट गई थी। बृजेश के एक भाई राजेश पांडेय को कुछ समय पूर्व ब्रेन हेमरेज हो गया था। तभी से वह गांव में ही रह रहे हैं। बृजेश के परिवार में पत्नी पूनम, पांच साल की बेटी अनन्या व 10 माह का बेटा आयुष हैं। बृजेश की मौत की सूचना के बाद से सबका रो- रोकर बुरा हाल है।

आरओबी पर भी कम नहीं हुई थी बस की रफ्तार : प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बस चालक तेज गति से बस लेकर आ रहा था। आरओबी पर चढ़ने के बाद भी चालक ने बस की रफ्तार कम नहीं की। इस कारण ही वह बस से नियंत्रण खो बैठा और यह हादसा हो गया। मृतक के पीड़ित स्वजन का भी आरोप है कि बस की तेज गति के कारण ही यह हादसा हुआ है।


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