स्वदेशी की मांग बढ़ी, बाजार से गायब हुई चाइनीज राखी
जागरण संवाददाता साहिबाबाद रक्षाबंधन का त्योहार पास आते ही ट्रांस हिंडन में दुकानें भी सज
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
रक्षाबंधन का त्योहार पास आते ही ट्रांस हिंडन में दुकानें भी सजने लगी हैं। इस बार स्वदेशी राखियों की मांग ज्यादा है। लोग चीनी राखी नहीं खरीद रहे हैं। दुकानों पर केवल स्वदेशी राखियां ही बिक रही हैं।
चीन ने चमक दमक वाली राखी बनाकर भारत के बाजार पर कब्जा कर रखा था। बीते वर्ष बाजार में चाइनीज राखियां खूब बिकी थीं। वसुंधरा सेक्टर-11 में राखी की दुकान लगाने वाले टीटू का कहना है कि भारत और चीन के बीच रिश्तों में खटास आने पर इस बार पूरी तरह लोग चीनी राखी का बहिष्कार कर रहे है। इस बार लोग स्वदेशी राखियां खरीद रहे हैं। हालांकि कोरोना वायरस से फैली महामारी के चलते लॉकडाउन रहा, जिससे बहुत ज्यादा राखियां बाजार में नहीं आ सकी हैं। दुकानदारों का कहना है कि अभी वहीं लोग राखी खरीद रहे हैं, जिन्हें बाहर भेजना है। ऑनलाइन खरीदी राखी, भाई के पास पहुंचेगी: कोरोना वायरस से फैले संक्रमण को देखते हुए इस बार ज्यादातर महिलाएं घर ऑनलाइन राखी खरीद रही हैं। नीति खंड तीन निवासी दसमीत अग्रवाल का कहना है कि वह ऑनलाइन ही राखी खरीदेंगी। इसके बाद लखनऊ में अपने भाई के पते पर डिलीवर कराएंगी। चीन की राखी न बेचने की अपील: व्यापारी एकता समिति व अन्य संस्थाओं की ओर से लोगों को संदेश भेजा जा रहा है। संदेश में लोगों से अपील की जा रही है कि रक्षाबंधन व अन्य त्योहार पर केवल स्वदेशी सामानों की ही खरीदारी करें। चीनी सामानों का बहिष्कार करें। व्यापारियों व लोगों से अपील की जा रही है कि राखी या अन्य कोई चाइनीज सामान न खरीदें-बेचें। केवल स्वदेशी सामान ही बेचें। चीन के सामानों का बहिष्कार किया जाएगा तभी वह सुधरेगा। देश को एकजुट होने की जरूरत है। हम लोग अपने देश का सामान खरीदेंगे और बेचेंगे तभी देश की अर्थव्यवस्था सुधरेगी।
- प्रदीप गुप्ता, संयोजक, व्यापारी एकता समिति इंदिरापुरम