शिप्रा सन सिटी में संदिग्ध परिस्थितियों में बीटेक छात्रा की मौत
जागरण संवाददाता, इंदिरापुरम (गाजियाबाद): ट्रांस ¨हडन की पॉश सोसायटी शिप्रा सन सिटी में र
जागरण संवाददाता, इंदिरापुरम (गाजियाबाद): ट्रांस ¨हडन की पॉश सोसायटी शिप्रा सन सिटी में रविवार रात बीटेक छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। छात्रा का शव उसके दोस्तों को चुन्नी से बंधा पंखे से लटका मिला। उसके सिर पर चोट के निशान थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। छात्रा के परिजन मामले को सुसाइड का मान रहे हैं। उनका कहना है कि बीते शनिवार को पेपर खराब होने के चलते वह कुछ परेशान थी।
अलीगढ़ के विष्णुपुरी की रहने वाली शुभी (22) दिल्ली निवासी प्रज्ञा के साथ इंदिरापुरम के शिप्रा सन सिटी के पाम रोड पर फ्लैट नंबर 8/11 में तीन साल से किराये पर रह रही थी। शुभी के पिता निमीष अलीगढ़ विकास प्राधिकरण में अवर अभियंता हैं। मां बरखा गुप्ता अलीगढ़ के दिल्ली पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य हैं। प्रज्ञा के साथ शुभी नोएडा के सेक्टर-62 स्थित जेपी इंस्टीट्यूट से बीटेक की बायोटेक ब्रांच से चतुर्थ वर्ष की पढ़ाई कर रही थी।
प्रज्ञा पिता की तबीयत खराब होने पर रविवार को दिल्ली स्थित घर चली गई थी। शुभी फ्लैट में अकेली थी। रात 12 बजे शुभी के करीबी दोस्त अंशुमान सेंगर ने अपने दोस्त उत्कर्ष को फोन कर बताया कि शुभी के सिर में चोट लग गई है। तुरंत फ्लैट पर चले जाओ। उत्कर्ष रात करीब साढ़े बारह दोस्तों के साथ शुभी के फ्लैट पहुंचा। उत्कर्ष ने बताया कि उसने कई बार शुभी को आवाज दी और मोबाइल पर कॉल किया। 15 मिनट तक कोई जवाब नहीं मिला तो दरवाजे की कुंडी तोड़कर अंदर घुसे। शुभी फांसी पर लटकी हुई थी। आनन-फानन में उत्कर्ष ने शुभी को उतारा और दोस्तों के साथ नोएडा सेक्टर-62 स्थित फोर्टिस अस्पताल में ले गया, जहां पर डॉक्टरों ने शुभी को मृत घोषित कर दिया।
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मीमो आने पर पुलिस हो हुई जानकारी
सीओ इंदिरापुरम राकेश मिश्र ने बताया कि अस्पताल से मीमो आने के बाद सोमवार सुबह घटना की जानकारी हुई। परिजनों को घटना की सूचना दी गई। एसएचओ और शिप्रा सन सिटी चौके प्रभारी शुभी के रूम पर पहुंचे। वहां पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, निमीष का कहना है कि उनकी बेटी की परीक्षाएं चल रही हैं। बीते दिनों में परीक्षाएं ठीक नहीं हुईं थी। वह परेशान थी। यह उसकी आत्महत्या का कारण हो सकता है।