एसटीपी के पानी से धो रहे प्रदूषण, हो रहा जल संरक्षण
जागरण संवाददाता साहिबाबाद इंदिरापुरम के शक्ति खंड चार स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसट
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : इंदिरापुरम के शक्ति खंड चार स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से निकलने वाले पानी का सदुपयोग कर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) प्रदूषण की रोकथाम और जल संरक्षण दोनों कर रहा है। दरअसल, एसटीपी से शोधित होकर निकलने वाले पानी से ही प्रदूषण की रोकथाम के लिए सड़कों पर छिड़काव किया जा रहा है, वहीं, पेड़-पौधों की सिचाई से लेकर अन्य काम करने के लिए एसटीपी के पानी का प्रयोग किया जा रहा है।
बता दें कि एसटीपी से रोज लाखों लीटर पानी शोधित होकर निकलता और हरनंदी नदी में बह जाता है। जीडीए इस पानी का सदुपयोग सड़कों पर छिड़काव, पेड़-पौधों की धुलाई व सिचाई में कर रहा है। जीडीए ने नेचर क्लीन इनवायरो सर्विस संस्था को एसटीपी के पानी से छिड़काव का काम दिया है। संस्था के महाप्रबंधक अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि इंदिरापुरम में चार ट्रैक्टरों की मदद से छिड़काव किया जा रहा है, ताकि सड़कों से धूल न उड़े और प्रदूषण न हो। एसटीपी का पानी इस्तेमाल करने से भूजल नहीं निकालना पड़ रहा है। इससे भूजल स्तर में गिरावट नहीं आएगी।
पेड़ों की धुलाई: नगर निगम की ओर से वसुंधरा के विभिन्न सेक्टरों में शुक्रवार को पानी का छिड़काव व पेड़ों की धुलाई की गई थी। वसुंधरा सेक्टर-15 शिखर एंक्लेव निवासी संदीप गुप्ता ने बताया कि लंबे समय से पेड़ों पर धूल जमी हुई थी जिससे प्रदूषण फैल रहा था। एसटीपी के पानी से सड़कों पर छिड़काव, सिचाई व पेड़ों की धुलाई किया जा रहा है। विभिन्न कंपनियों व संस्थाओं से भी कहा गया है कि यदि उन्हें पानी की जरूरत है तो एसटीपी से ले सकते हैं। इससे एसटीपी के पानी का सदुपयोग होगा और भूजल का दोहन नहीं होगा।
-एके चौधरी, अधिशासी अभियंता जीडीए