हाटेंशन लाइन के नीचे खड़े गैस टैंकर से हो सकता है बड़ा हादसा
टीला शहबाजपुर और बंथला गांव स्थित गैस प्लांटों के बाहर चालक गैस टैंकरों को हाईटेंशन लाइन के नीचे खड़ा कर देते हैं। अधिकारियों की अनदेखी और चालकों की इस लापरवाही से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। लोगों की माने तो समय रहते अधिकारियों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
संवाद सहयोगी, लोनी : टीला शहबाजपुर और बंथला गांव स्थित गैस प्लांटों के बाहर चालक गैस टैंकरों को हाईटेंशन लाइन के नीचे खड़ा कर देते हैं। अधिकारियों की अनदेखी और चालकों की इस लापरवाही से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। लोगों की माने तो समय रहते अधिकारियों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
गाजियाबाद रोड स्थित टीला शहबाजपुर और बंथला गांव की भूमि पर वर्षो पूर्व इंडेन, भारत और एचपी गैस प्लांट स्थापित किए गए थे। इन गैस प्लांटों से कई प्रदेशों में गैस की सप्लाई की जाती है। पूर्व में शहर की आबादी कम थी। साथ ही गाजियाबाद रोड से लोग कम गुजरते थे, लेकिन समय के साथ दोनों गांव की आबादी भी बढ़ गई। प्लांटों के आसपास कुछ कालोनियां भी स्थापित हो गई है। गांव और कालोनियों में बिजली सप्लाई के लिए बिजली निगम के अधिकारियों ने गाजियाबाद रोड किनारे हाईटेंशन लाइन बिछवाई। कुछ प्रदेशों में गैस की सप्लाई भूमिगत पाइप लाइन से है। जबकि अधिकांश प्रदेशों में टैंकरों से गैस सप्लाई की जाती है। गैस प्लाटों की पार्किंग भरने के बाद चालक टैंकरों को प्लांटों से बाहर निकाल कर रोड किनारे खड़ा कर देते हैं लेकिन टैंकरों के ऊपर से गुजरने वाली हाइटेंशन लाइन से हादसे की आशंका बनी रहती है। पूर्व में लोगों द्वारा ज्ञापन सौंपकर अधिकारियों का ध्यान समस्या की ओर केंद्रित कराया गया था। जिसपर अधिकारियों ने प्लांट मैनेजरों से टैंकरों को हाईटेंशन लाइन के नीचे न खड़ा होने देते की बात कही गई थी। अधिकारियों की लापरवाही के कारण चालकों ने दोबारा टैंकरों को वहीं खड़ा करना शुरू कर दिया। प्लांट मैनेजरों से वार्ता कर टैंकरों को हाईटेंशन लाइन के नीचे से हटवाया जाएगा जिससे दुर्घटनाओं को टाला जा सके।
सतेंद्र कुमार ¨सह, उपजिलाधिकारी