Move to Jagran APP

शिवपाल के मोर्चे से बिगड़ेगा 2019 में सपा का गणित

समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रहे शिवपाल यादव का समाजवादी सेक्युलर मोर्चा 2019 लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का गणित बिगाड़ेगा। लंबे समय से बिना किसी खास जिम्मेदारी के समाजवादी पार्टी से जुड़े नेता शिवपाल के मोर्चे में जा सकते हैं। राजनीति गलियारों में यहां तक कहा जा रहा है कि अलग-थलग चल रहे पुराने समाजवादियों से विचार-विमर्श के बाद ही अलग मोर्चा बनाने का फैसला लिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Aug 2018 09:11 PM (IST)Updated: Wed, 29 Aug 2018 09:11 PM (IST)
शिवपाल के मोर्चे से बिगड़ेगा 2019 में सपा का गणित
शिवपाल के मोर्चे से बिगड़ेगा 2019 में सपा का गणित

विवेक त्यागी, गाजियाबाद : समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रहे शिवपाल यादव का समाजवादी सेक्युलर मोर्चा 2019 लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का गणित बिगाड़ेगा। लंबे समय से बिना किसी खास जिम्मेदारी के समाजवादी पार्टी से जुड़े नेता शिवपाल के मोर्चे में जा सकते हैं। राजनीति गलियारों में यहां तक कहा जा रहा है कि अलग-थलग चल रहे पुराने समाजवादियों से विचार-विमर्श के बाद ही अलग मोर्चा बनाने का फैसला लिया गया है।

loksabha election banner

सूबे में समाजवादी पार्टी संगठन को खड़ा करने में मुलायम ¨सह यादव के बाद दूसरे नंबर पर बड़ी भूमिका शिवपाल यादव की रही है। गाजियाबाद समेत यूपी के हर जिले में पुराने समाजवादी शिवपाल से जुड़े हुए हैं। गाजियाबाद में सपा एमएलसी जितेंद्र यादव से उनके संबंध किसी से छिपे नहीं है। पिछले दिनों शिवपाल गाजियाबाद के पुराने समाजवादी व पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष नाहर ¨सह यादव के आवास पर पहुंचे थे। यह मात्र उदाहरण भर, लेकिन खांटी समाजवादी मुलायम के बाद आज भी शिवपाल यादव को अपना नेता मानते हैं। चर्चाओं के मुताबिक दरकिनार कर दिए गए गाजियाबाद के समाजवादी नेता शिवपाल के मोर्चे में शामिल होते हैं तो इसका नुकसान सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी और फायदा भाजपा को होगा। मुस्लिम वोट बैंक, जिसे समाजवादी पार्टी का बड़ा वोट बैंक माना जाता है। चुनाव में सपा, कांग्रेस, बसपा, रालोद सभी पार्टियों की कोशिश इस वोट बैंक को साधने की होती है। शिवपाल का यह मोर्चा इन वोटरों में संशय पैदा करेगा। इस फायदा भी भाजपा को ही होगा। बदलते दौर में शिवपाल के करीबी माने जाने वाले एमएलसी जितेंद्र यादव का रुख भी बदला नजर आ रहा है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के साथ रहने की बात कही है।

पूरी पार्टी व संगठन राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मजबूती से खड़ा है। मोर्चे से पार्टी को कोई नुकसान नहीं। यह मोर्चा छह माह में खत्म हो जाएगा।

- सुरेंद्र कुमार मुन्नी, जिलाध्यक्ष, सपा।

--------

सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व संरक्षक मुलायम ¨सह यादव के निर्देश पर पार्टी व संगठन मजबूती से काम कर रहा है। 2019 लोकसभा चुनाव में सपा निश्चित तौर पर बेहतर प्रदर्शन करेगी।

- राहुल चौधरी, महानगर अध्यक्ष, सपा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.