संपूर्ण समाधान दिवस में छाए रहे किसानों के मुद्दे
संवाद सहयोगी मोदीनगर तहसील सभागार में मंगलवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में सुबह से ह
संवाद सहयोगी, मोदीनगर: तहसील सभागार में मंगलवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में सुबह से ही फरियादियों की भीड़ लगी रही। एडीएम वित्त यशवर्धन श्रीवास्तव, एसडीएम सौम्या पांडेय, सीओ महिपाल सिंह, तहसीलदार उमाकांत तिवारी समेत कई विभाग के अधिकारियो ने सभी फरियादों को सुना। कुल 48 शिकायतें समाधान दिवस में प्राप्त हुई। जिनमें तीन का मौके पर ही निस्तारण किया गया। बाकी शिकायतों को संबंधित विभाग के अधिकारी को भेज दिया गया। सभी समस्याओं के जल्द से जल्द समाधान कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। इस दौरान दर्जनों की संख्या में किसान तहसील परिसर पर पहुंचे। शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए किसानों ने अपनी समस्याओं को अधिकारियों के सामने रखा। राष्ट्रीय लोकदल के बैनर तले किसानों ने अधिकारियों को बताया कि गांवों की रास्ते ऊबड़-खाबड़ पड़े हैं। उन्हें दुरुस्त नहीं कराया जा रहा है। खेतों में बेसहारा पशुओं का आतंक फैला है। पशु फसल को नष्ट कर रहे हैं। जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
किसानों ने कहा कि गांव बुदाना में स्थित तालाब का सुंदरीकरण नहीं कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने एक समान मुआवजे समेत किसानों की कई समस्याओं के जल्द समाधान कराने की मांग की। शिकायत करने वालों में उमेश सिंह, विजयपाल शर्मा, अरुण, सतेंद्र तोमर, रामभरोसे लाल, कपिल चौधरी, सतपाल सिंह, ललित सैन, अनिल, अजित, वरुण, नवीन, प्रवीन नेहरा आदि मौजूद रहे। इसके अलावा कुछ गांव के लोगों द्वारा लेखपालों पर भी रिश्वत मांगने के आरोप की शिकायत की गई। सुबह 10 से शुरू हुए समाधान दिवस में आसपास के विभिन्न गांवों के लोग पहुंचे थे। सभी ने अपनी समस्याओं की संबंधित विभाग के अधिकारी से शिकायत की। इस दौरान राजस्व विभाग की 18, विद्युत की आठ, आपूíत की एक, चकबंदी की तीन, पुलिस की दस, नगरपालिका की चार, गन्ने की दो, बैंक और डूडा की एक-एक शिकायत आई। अधिकारियों ने सभी लोगों की समस्याओं को सुनकर उनके जल्द समाधान का आश्वासन दिया। इस दौरान कुल 48 समस्याओं के बारे में अधिकारियों से शिकायत की गई। जिनमें तीन का मौके पर ही समाधान कर दिया गया।
---एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे किसान
भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान एसडीएम कार्यालय के बाहर ही सांकेतिक धरने पर बैठ गए। किसानों द्वारा शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। एकसमान मुआवजे समेत कई समस्याओं का समाधान न होने से किसान नाराज थे। धरनारत किसानों का कहना था कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा। आंदोलन जारी रहेगा। अभी केवल सांकेतिक धरना पर बैठे हैं। यदि उनकी जल्द ही सुनवाई नहीं हुई तो अनिश्चित काल के लिए धरना शुरू किया जाएगा। बाद में अधिकारियों के आश्वासन पर उन्होंने धरना समाप्त किया।
--डीएम और एसएसपी के न आने से मायूस होकर लौटे फरियादी
स्थानीय लोगों को समाधान दिवस में डीएम को एसएसपी के आने के उम्मीद थी। इसके चलते सुबह से बड़ी संख्या में तहसील पहुंचने लगे। लेकिन जब दोपहर को दो बजे तक भी दोनों अधिकारी तहसील नहीं पहुंचे तो लोगों को काफी निराशा हुई। फरियादियों को कहना है कि जिले नवागंतुक एसएसपी अभी तक एक बार भी मोदीनगर तहसीन नहीं आए हैं। उनको आशा थी वह समाधान दिवस में पहुंचेंगे। बहुत से लोग बिना शिकायत किए ही वापस लौट गए।