साहब बच्चे को जबरन डिस्चार्ज कर दिया,मदद कर दो
जागरण संवाददाता गाजियाबाद बहन जी आपका बच्चा कब से बीमार है। साहब सात दिन से। इलाज ठीक
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: बहन जी आपका बच्चा कब से बीमार है। साहब सात दिन से। इलाज ठीक हो रहा है, नहीं साहब हालत खराब होने पर भी रात को ही बच्चे को जबरन डिस्चार्ज कर दिया गया था। यह सुनकर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग नाराज हो गए। दरअसल वह मंगलवार को जिला एमएमजी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे तो मरीजों से रूबरू भी हुए।
इस दौरान प्रताप विहार की रहने वाली भारती शर्मा ने बताया कि उसके दो साल के बच्चे अभ्यांस को डायरिया है। सोमवार दोपहर में उसकी हालत खराब हो गई। चिकित्सकों ने बच्चे को रात में अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया। भारती ने जाने से मना कर दिया। बेड पर बच्चा लेटा रहा और चार घंटे तक किसी ने इलाज नहीं किया। मामला बिगड़ते देख चिकित्सकों ने बच्चे को फिर से भर्ती कर लिया। मंगलवार को फिर डिस्चार्ज की फाइल बना ली गई। इसी बीच राज्यमंत्री वार्ड में निरीक्षण करने पहुंच गए। वार्ड के पहले ही बेड पर भर्ती बच्चे की मां भारती से उन्होंने पूछताछ शुरू की तो स्थिति से अवगत हुए। सीएमएस डा. अनुराग भार्गव एवं डा. वीके मिश्रा को उन्होंने कड़ी फटकार लगाई। इमरजेंसी में एक बेड पर दो -दो मरीज देखकर भी वह नाराज हुए। उन्होंने एक और इमरजेंसी वार्ड बनाने और बेड बढ़ाने के निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में बीमार लोगों को पर्याप्त इलाज मिल रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा जिला अस्पतालों में अत्याधुनिक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस मौके पर सीएमओ डा.भवतोष शंखधर, राजेंद्र मित्तल और मीडिया प्रभारी नीरज गोयल मौजूद रहे।
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डेंगू की रिपोर्ट देखी, वार्ड में नहीं गए राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने जिले में डेंगू के बढ़ते मरीजों की रिपोर्ट तो देखी लेकिन डेंगू वार्ड की तरफ नहीं गए। वार्ड में एक बच्चा भर्ती है। ओपीडी की भीड़ को देखकर वह इमरजेंसी का निरीक्षण करके वहीं से वापस चले गए। उन्होंने चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए।