अवैध निर्माण पर आवास विकास परिषद का चला डंडा
आवास विकास परिषद (आविप) ने साल 2019 की शुरुआत में ही अवैध निर्माण पर डंडा चलाना शुरू कर दिया है। नए अधीक्षण अभियंता के आने के बाद शनिवार को परिषद के अधिकारियों ने सात अवैध इमारतों को सील कर दिया। सभी इमारतों में अवैध रूप से फ्लैट बनाए जा रहे थे। लगातार शिकायतों के बाद यह कार्रवाई की गई है।
जागरण संवाददाता, वसुंधरा: आवास विकास परिषद (आविप) ने 2019 की शुरुआत में ही अवैध निर्माण पर डंडा चलाना शुरू कर दिया है। नए अधीक्षण अभियंता के आने के बाद शनिवार को परिषद के अधिकारियों ने सात अवैध इमारतों को सील कर दिया। सभी इमारतों में अवैध रूप से फ्लैट बनाए जा रहे थे। वसुंधरा के सेक्टर-एक, सेक्टर 10ए व 10 सी में एकल यूनिट पर आठ से दस फ्लैट बनाने की शिकायतें लगातार आविप के अधिकारियों को मिल रही थीं। इसके बाद आविप निर्माण खंड 16 की टीम शनिवार को सेक्टर एक और दस पहुंची। टीम ने वसुंधरा सेक्टर-एक में प्लॉट नंबर 140 वहीं सेक्टर 10ए में प्लॉट नंबर 193, 10सी में प्लॉट संख्या 15 व 163 समेत कुल सात इमारतों को सील कर दिया। परिषद को बीते दो माह से लगातार इसके खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद परिषद पुलिस बल मिलने का इंतजार कर रहा था।
अधिशासी अभियंता एलएम पांडेय ने बताया कि सेक्टर-एक और दस के अलावा अन्य सेक्टरों के अवैध निर्माणों को चिह्नित कर लिया गया है। जल्द ही इनके खिलाफ अभियान चलाकर सी¨लग की जाएगी। जिन प्लॉटों में कंपाउं¨डग से अधिक निर्माण किया गया है, उन्हें बुल्डोजर चलाकर ध्वस्त किया जाएगा। इन सेक्टरों में है अवैध निर्माण की भरमार:
वसुंधरा सेक्टर-एक से 19 तक अवैध निर्माणों की भरमार है। एकल यूनिट पर ढाई मंजिला निर्माण के स्थान पर बिल्डर चार से पांच मंजिला निर्माण कर रहे हैं। वसुंधरा सेक्टर-एक, दो, पांच, छह, 10, 11, 12, 13 और 16 में सबसे अधिक अवैध निर्माण किए गए हैं। इन निर्माणों को रुकवाने और कार्रवाई की जिम्मेदारी अभी तक अवर अभियंता की होती थी। निर्माण नहीं रुकने के चलते अब इसके लिए अलग से स्पेशल टास्क फोर्स गठित की जा रही है। स्पेशल टास्क फोर्स बनने के बाद यह पहली कार्रवाई है।