ग्राउंड रिपोर्ट: तीन तलाक से लेकर शिक्षा-रोजगार पर देना होगा जवाब
हसीन शाह साहिबाबाद मतदाताओं की संख्या की लिहाज से प्रदेश सबसे बड़ी विधान सभा में साहिबा
हसीन शाह, साहिबाबाद
मतदाताओं की संख्या की लिहाज से प्रदेश सबसे बड़ी विधान सभा में साहिबाबाद पार्टियों के द्वारा पत्ते खोलने के बाद मुस्लिम महिलाएं भी अपने मुद्दों को लेकर खुलकर बात कर रही हैं। इस विधानसभा में करीब डेढ़ लाख से अधिक मुस्लिम मतदाता हैं। सभी प्रत्याशी मुस्लिम समीकरण साधने में जुट गए हैं, लेकिन मुस्लिम मतदाताओं को साधना इस बार इतना आसान नहीं है। खासकर महिलाएं तीन तलाक से लेकर शिक्षा, रोजगार, महिला सुरक्षा और चिकित्सा पर नेताओं से जवाब मांग रही हैं।
साहिबाबाद में सपा, कांग्रेस, एआइएमआइएम, भाजपा और बसपा के प्रत्याशियों ने प्रचार शुरू कर दिया है। साहिबाबाद विधानसभा में शहीदनगर, अर्थला, पसोंडा, महाराजपुर आदि मुस्लिम बहुल इलाकों में जमकर प्रचार किया जा रहा है। प्रत्याशी तमाम नए-नए समीकरण बनाने में लगे हैं। पूर्व में इनको सपा-रालोद गठबंधन को वोट बैंक माना जा रहा था, लेकिन गठबंधन के लिए भी उत्तर प्रदेश का द्वार साहिबाबाद में मुस्लिमों को साधना इतना आसान नहीं रहा। दरअसल यहां के मुस्लिमों राय अन्य शहरों के मुस्लिमों से जुदा है। यहां पर 70 फीसद शिक्षित मुस्लिम हैं। ज्यादातर मुस्लिम मतदाता नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद में नौकरी करते हैं। वसुंधरा, वैशाली, कौशांबी, इंदिरापुरम, राजेंद्र नगर और डेल्टा कालोनी में रहने वाले मुस्लिम विकास के मुद्दे को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। तीन तलाक का मुद्दा उठा रहीं महिलाएं
कुछ मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के मुद्दो को जोर-शोर से उठा रही हैं जबकि कुछ महिलाएं दबी जुबान में परिवार के सामने ही अपने पक्ष को रख रही हैं। ताकि तीन तलाक की पीड़ा को अन्य लोग भी समझ सकें। महिलाएं तीन तलाक के साथ सुरक्षा, चिकित्सा और शिक्षा पर भी नेताओं से सवाल कर रही हैं। अपने मुद्दों को लेकर नेताओं को पिछले कार्यकाल की याद दिला रही हैं। साहिबाबाद विधानसभा में 10,12,154 वोटर हैं। इनमें 5,71,503 पुरुष, 4,40,594 महिला और 57 ट्रांसजेंडर वोटर हैं। डेढ़ लाख मुस्लिम मतदाता हैं। दलित और मुस्लिमों का समीकरण : मुस्लिम और दलित वोटरों का रुख जीत-हार का समीकरण तय करेगा। दरअसल, साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में करीब दस प्रतिशत मुस्लिम और 12-15 प्रतिशत दलित आबादी है। इन्हें साधने में भी पार्टियां कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं। करीब दस प्रतिशत वैश्य आबादी और पांच-पांच प्रतिशत त्यागी, जाट, यादव और गुर्जर जीत हार का अंतर बनेंगे। साहिबाबाद विधानसभा पर एक नजर
कुल वोटर 10.12 लाख
पुरुष 5.71 लाख
महिला 4.40 लाख
इंदिरापुरम- एक लाख
वैशाली- 85 हजार
वसुंधरा- एक लाख
कौशांबी-80 हजार
खोड़ा- दो लाख
साहिबाबाद- तीन लाख
डेल्टा कालोनी- 42 हजार
नंदग्राम- 30 हजार
ग्रामीण आबादी-75 हजार
(सभी आंकड़े पार्टियों द्वारा तैयार डाटा पर आधारित हैं)